नई दिल्ली: केंद्रीय पर्यटन मंत्री जी. किशन रेड्डी ने मंगलवार को स्वदेश दर्शन योजना के तहत स्वीकृत पुडुचेरी में 4 परियोजनाओं को राष्ट्र को समर्पित किया। इन परियोजनाओं में 1.33 करोड़ रुपये की लागत से आई मंडपम का नवीनीकरण और भारती पार्क में गतिशील प्रकाश व्यवस्था, 5.82 करोड़ रुपये की लागत से वारघा नाथेश्वर मंदिर में नदी के किनारे तीर्थयात्री सुविधाओं और घाटों का विकास, 7.40 करोड़ रुपये की लागत से थिरुनलार कराईकल में आध्यात्मिक पार्क का विकास और 3.51 करोड़ रुपये की लागत से ईडन बीच का विकास शामिल है।
पुडुचेरी केंद्र शासित प्रदेश के पर्यटन विभाग के अधिकारियों को संबोधित करते हुए जी. किशन रेड्डी ने कहा कि पुडुचेरी एक महत्वपूर्ण जीवंत गंतव्य है, जो दुनिया भर के पर्यटकों को आकर्षित करता है। उन्होंने कहा कि जी-20 अध्यक्षता के दौरान, हमारे पास जी-20 देशों के गणमान्य व्यक्तियों और आगंतुकों को भारत के “अतिथि देवो भव” के दर्शन से परिचित कराने का अवसर है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पर्यटन और आतिथ्य क्षेत्र को निरंतर समर्थन और मार्गदर्शन मिला है। पर्यटन मंत्रालय पुडुचेरी में पर्यटन को बढ़ावा देने की दिशा में काम कर रहा है। उन्होंने कहा कि स्वदेश दर्शन 2.0 के तहत पुडुचेरी और कराईकल को आगे के विकास के लिए चुना गया है। प्रतिष्ठित आध्यात्मिक स्थानों को विकसित करने के लिए प्रसाद योजना के तहत पुडुचेरी और कराईकल की भी पहचान की है।
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केंद्रीय मंत्री ने कि भारत हजारों वर्षों से हमेशा अपनी आध्यात्मिक संपदा, सांस्कृतिक विरासत और विविधता के लिए जाना जाता रहा है। पिछले 8 वर्षों में, भारत विश्व स्तरीय सुविधाओं, उत्कृष्ट बुनियादी ढाँचे और सुविधाओं एवं प्रौद्योगिकी, डिजिटलीकरण के लिए जाना जाता है। अब भारत केवल देखने और घूमने की जगह नहीं है बल्कि अनुभव करने और जीवन के लिए रूपांतरित होने का गंतव्य है।
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