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जाली नोटों की तस्करी कर लोगों को लगाते थे चूना, गिरोह के चार सदस्य गिरफ्तार

 

लखनऊ। यूपी एसटीएफ ने शनिवार को अन्तरराष्ट्रीय स्तर के जाली नोट के कारोबारियों का पर्दाफाश करते हुए चार सदस्यों को पीलीभीत से गिरफ्तार कर लिया। इनके पास से दस हजार के जाली नोट भी बरामद किए गए। गिरफ्तार अभियुक्तों की पहचान पीलीभीत निवासी मनोज गोलदार, चितरंजन राय उर्फ टोनी उर्फ सोनू, रामपुर निवासी देवव्रत बाछाड, उत्तराखंड निवासी संदीप राय के रूप में हुई। इनके पास से पांच सौ के 19 व सौ के पांच नोट बरामद किए गए। काफी समय से उत्तर प्रदेश के विभिन्न जनपदों में भारतीय जाली नोटों की तस्करी करने वाले गिरोह के सक्रिय होने की सूचनायें प्राप्त हो रही थी। इस गिरोह का खुलासा करने के लिए यूपी एसटीएफ की विभिन्न टीमों को गठित किया गया था।

पश्चिम बंगाल से उत्तराखंड ले जा रहे थे नकली नोटों की खेप

अभिूसचना संकलन के दौरान ज्ञात हुआ कि कूटरचित भारतीय जाली नोटो की तस्करी करने वाले गिरोह के चार सदस्य गाड़ी टाटा टियागो यूके 06 वीडी 4555 पश्चिम बंगाल से यूपी व आस-पास के राज्यों में भारतीय जाली नोटों को लेकर आने वाले हैं। जो जनपद पीलीभीत होकर उत्तराखण्ड जायेंगे। इस सूचना को स्थानीय पुलिस से साझा कर कस्बा गजरौला जनपद पीलीभीत के माला मोड़ पर मुखबिर द्वारा बताये गयी गाड़ी का इंतजार करते हुये वाहन चैकिंग करने लगे तभी कुछ देर बाद उक्त गाड़ी पूरनपुर की तरफ से आती दिखाई दी जिसे रोककर चेक किया गया तो उक्त अभियुक्तों के पास से भारतीय जाली नोट बरामद हुए। जिन्हें जाली नोटों के साथ गिरफ्तार किया गया।

असली नोटों के बदले दोगुने मिलते थे नकली नोट

गिरफ्तार अभियुक्तों से पूछताछ पर ज्ञात हुआ कि वह यह भारतीय जाली नोट पश्चिम बगांल के शर्मा नाम के व्यक्ति से लेकर आते हैं। जो उन्हें असली भारतीय मुद्रा के बदले दोगुना भारतीय जाली नोट देता है और वह उसे लेकर यहां चलन में लाते हैं और लोगों को उनका पैसा दोगुना करने की ठगी का कार्य करते हैं। गिरफ्तार अभियुक्तों को थाना गजरौला जनपद पीलीभीत में दाखिल कर उनके विरूद्ध अभियोग पंजीकृत कराया गया।

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रिपोर्ट-पवन सिंह चौहान
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