नई दिल्लीः जिम्बाब्वे के दिग्गज बल्लेबाज ब्रैंडन टेलर ने इंटरनेशनल क्रिकेट को अलविदा कह दिया है। जिम्बाब्वे के पूर्व कप्तान ब्रैंडन टेलर की आयरलैंड के खिलाफ तीसरे वनडे में 7 रनों की पारी खत्म होते ही उनके इंटरनेशनल करियर पर भी विराम लग गया। टेलर के अंतर्राष्ट्रीय करियर का यह अंतिम मैच था। टेलर ने इस बात की घोषणा आयरलैंड से खेली जा रही सीरीज के दूसरे मैच के दौरान ही कर दी थी।
जिम्बाब्वे को मिली हार
जोशुआ लिटिल (3/33) और एंडी मैकब्राइन (3/26) के शानदार गेंदबाजी के दम पर आयरलैंड ने यहां सिविल सर्विस क्रिकेट कल्ब में खेले गए तीसरे और अंतिम वनडे मुकाबले में जिम्बाब्वे को सात विकेट से हराकर सीरीज 1-1 से बराबर कर दी। आयरलैंड के कप्तान एंड्रयू बालबर्नी ने टॉस जीत कर पहले गेंदबाजी करने का फैसला लिया। जिम्बाब्वे की टीम पहले बल्लेबाजी करते हुए 34 ओवर में 131 रन बनाकर ऑलआउट हो गई।
मैच में बारिश ने खलल डाली जिसके चलते दूसरे पारी के ओवर को कम कर 32 ओवर का कर दिया गया और आयरलैंड को 118 रनों का संशोधित लक्ष्य मिला। आयरलैंड ने लक्ष्य का पीछा करते हुए 22.2 ओवर में तीन विकेट पर 118 बनाए और मैच को जीत लिया। इससे पहले, जिम्बाब्वे की शुरुआत बेहद खराब रही और सलामी बल्लेबाज ब्रेंडन टेलर (7) और विकेटकीपर बल्लेबाज रेजिस चकाब्वा (5) जल्द ही आउट हो गए।
टेलर का इंटरनेशनल करियर
साल 2004 में इंटरनेशनल क्रिकेट में डेब्यू करने वाले टेलर ने अपने आखिरी मैच में सिर्फ 7 रन ही बना सके। टेलर ने अपने करियर में 34 टेस्ट, 205 वनडे और 44 टी-20 मुकाबले खेले। उन्होंने इस दौरान 11 शतक जमाए और उनका सर्वश्रेष्ठ पारी नाबाद 145 रन की रही। वह एंडी फ्लावर (6786) के बाद जिम्बाब्वे की तरफ से सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज रहे। 34 टेस्ट मैच में टेलर ने 2320 रन बनाए जिसमें 6 शतक सामिल रहे, 171 रन की पारी उनके टेस्ट करियर की सबसे बड़ी पारी रही। 45 टी20 मैच खेलकर उन्होंने 6 अर्धशतक की मदद से 934 रन बनाए। अप्रैल 2004 में बुलावायो में टेलर ने वनडे करियर का आगाज किया था जबकि इसी साल मई में श्रीलंका के खिलाफ ही हरारे में टेलर ने टेस्ट डेब्यू किया था।
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