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काशी विश्वनाथ मंदिर में आरती टिकट में फर्जीवाड़ा करने वालों के खिलाफ केस दर्ज, ऐसे करते थे ठगी

cheated in Aarti ticket in Kashi Vishwanath temple

वाराणसी: श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में मंगला आरती और सुगम दर्शन के लिए फर्जी टिकट बेचने वाले गिरोह का भंडाफोड़ हुआ है । गिरोह के सदस्य फर्जी टिकट बेचकर लाखों रुपये कमा रहे थे । मंदिर प्रशासन की शिकायत पर चौक पुलिस ने बुधवार को मामला दर्ज किया है । मंदिर प्रशासन के मुताबिक मंगलवार की शाम श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में एक बड़ा फर्जीवाड़ा पकड़ा गया। मंदिर के आईटी विशेषज्ञों ने नया आवेदन कर गोपनीय तरीके से जांच कराई तो फर्जी टिकट का मामला सामने आया ।

पिछले कुछ दिनों से मंदिर के अधिकारियों को फर्जी टिकट से दर्शन के मामले की जानकारी मिल रही थी, लेकिन ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों टिकट उपलब्ध होने के कारण इन्हें पकड़ना मुश्किल हो रहा था। इसके लिए मंदिर प्रशासन और डीसीपी सुरक्षा की टीम ने संयुक्त प्रयास कर इस जालसाजी को पकड़ा । मंदिर प्रशासन ने खुद आईटी विशेषज्ञों की मदद से एक गोपनीय सुरक्षा एप तैयार किया था, जिससे एक टिकट का एक बार ही इस्तेमाल किया जा सके। इस एप की जानकारी को गोपनीय रखा गया था । गेट पर तैनात कर्मचारी को ही उस एप पर लॉगइन किया गया । कुछ दिन पूर्व जारी इस आवेदन से मंगलवार को कुछ टिकट प्राप्त हुए थे, जिसमें दलालों के माध्यम से एक ही टिकट पर अलग- अलग प्रवेश द्वारों से दर्शनार्थियों की एंट्री की जा रही थी। जब मामले की जानकारी हुई तो मंदिर के बगल में दुकानदारों और दलालों द्वारा टिकट को एडिट कर मूल टिकट में बदला जा रहा था। साथ ही ग्राहकों को अलग- अलग प्रवेश द्वारों से मंदिर के अंदर प्रवेश दिया जा रहा था ।

इस एप्लिकेशन की खासियत यह है कि एक बार टिकट को एक स्थान पर स्कैन करने के बाद, यह दूसरे प्रवेश द्वार पर वैध टिकट के रूप में दिखाया जाएगा । इस आधार पर सूचना मिलने पर मंदिर के मुख्य कार्यपालन अधिकारी हेल्पडेस्क प्रभारी शुभम पाण्डेय पुत्र जयप्रकाश पाण्डेय निवासी खोवा गली चौक थाने में अरुण पाण्डेय पुत्र महंत पाण्डेय निवासी बड़ी पटिया थाना भेलूपुर के शिवाला भेलूपुर निवासी इरफान हैदर, सोनारपुरा निवासी शुभम अधिकारी के खिलाफ तहरीर दी गई थी।

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मंदिर प्रशासन के मुताबिक सुरक्षा एप लॉन्च होने के बाद यह फर्जीवाड़ा पकड़ा गया। जांच पुलिस को सौंप दी गई है । हेल्प डेस्क के एक आउटसोर्सिंग कर्मचारी की संलिप्तता की भी जांच की जा रही है । इसके साथ ही और भी दलालों व दुकानदारों के शामिल होने की आशंका है । जांच में आरोपितों के खिलाफ सख्त कार्रवाई व कानूनी कार्रवाई की जाएगी । इस फर्जीवाड़े की जानकारी मंडलायुक्त, पुलिस आयुक्त, जिलाधिकारी सहित अन्य अधिकारियों को दे दी गई है।

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