पौधों एवं वन्य जीवों को अपने पुत्र के समान समझता है वनकर्मीः मुख्य वन संरक्षक

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लखनऊः वन शहीद दिवस के अवसर पर वन विभाग के मुख्यालय पर वरिष्ठ अधिकारियों ने शहीदों को पुष्पांजलि अर्पित की। इस अवसर पर प्रधान मुख्य वन संरक्षक व विभागाध्यक्ष सुनील पांडेय ने कहा कि वनकर्मी पौधों एवं वन्य जीवों को अपने पुत्रों के समान समझता है और इसकी रक्षा के लिए अपनी जान की परवाह नहीं करता।

उन्होंने कहा कि पृथ्वी पर फैली हुई विशाल वन सम्पदा की रखवाली, विकास, पर्यावरण की सुरक्षा का मुख्य दायित्व वन विभाग का है। वनकर्मी अपने परिवार से दूर घने जंगलों में रहकर अपने दायित्वों का निर्वहन करते हैं, जिसके कारण उनको अनेकों प्राकृतिक तथा वन माफियाओं और शिकारियों से सामना करते हुए अपने प्राणों की आहूति तक देनी पड़ती है।

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बता दें कि भारत सरकार तथा उत्तर प्रदेश सरकार प्रतिवर्ष 11 सितम्बर को वन शहीद दिवस के रूप में वन शहीदों को स्मरण करती है। 11 सितम्बर 1730 ई में जोधपुर (राजस्थान) के खेजडली ग्राम में वनों एवं वृक्षों की रक्षा करते हुए 360 महिलाओं एवं पुरूषों ने अपनी जान गंवाई थी। इस घटना के कारण ही यह दिवस वन शहीद दिवस के रूप में मनाया जाता है।

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