नई दिल्लीः हिंदू धर्म में किसी भी शुभ कार्य की शुरूआत से पूर्व भगवान सत्यनारायण की कथा सुनने का विधान है। भगवान सत्यनारायण श्री हरि विष्णु के ही एक स्वरूप है। भगवान के इस स्वरूप को सत्य का रूप माना जाता है। परिवार में सुख-समृद्धि, शांति और खुषहाल जीवन के लिए घर में प्रियजनों के साथ सत्यनारायण की कथा सुनी जाती है। हिंदू पंचांग के अनुसार सत्यनारायण की कथा किसी भी माह शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि को कराना बेहद शुभ होता है। पूर्णिमा तिथि को सुबह और शाम दोनों समय कथा के लिए उचित माना जाता है। लेकिन शाम का समय सर्वोत्तम होता है। पूर्णिमा तिथि को सत्यनारायण की कथा के साथ ही विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ करना भी शुभ होता है। ऐसे में साल 2023 की शुरूआत हो चुकी है और अगर इस साल आप भी अपने घर में भगवान सत्यनारायण की कथा कराना चाहते है कि हम आपको इस साल के शुभ मुहूर्त और तिथि के बारे में बता रहे हैं। इन तिथियों में भगवान सत्यनाराण की कथा सुनना शुभ फलदायी साबित होगा।
इस साल भगवान सत्यनारायण की कथा की तिथि व शुभ मुहूर्त
5 फरवरी, रविवार (माघ पूर्णिमा)
प्रारंभ – 4 फरवरी अपराह्न 09.29 बजे
समाप्त- 5 फरवरी अपराह्न 11.58 बजे।
7 मार्च, मंगलवार (फाल्गुन पूर्णिमा)
प्रारंभ- 6 मार्च अपरान्ह 04.17 बजे
समाप्त- 7 मार्च सायं 06.09 बजे।
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5 अप्रैल, बुधवार (चैत्र पूर्णिमा)
प्रारंभ- 5 अप्रैल पूर्वाह्न 09.19 बजे
समाप्त- 6 अप्रैल पूर्वान्ह 10.04 बजे।
5 मई, शुक्रवार (वैशाख पूर्णिमा)
प्रारंभ- 04 मई अपरान्ह 11.44 बजे
समाप्त- 05 मई अपरान्ह 11.03बजे।
3 जून, शनिवार (ज्येष्ठ पूर्णिमा)
प्रारंभ-3 जून पूर्वान्ह 11.16 बजे
समाप्त- 4 जून पूर्वान्ह 09.11 बजे।
3 जुलाई, सोमवार (आषाढ़ पूर्णिमा)
प्रारंभ- 2 जुलाई रात 08.21 बजे
समाप्त- 3 जुलाई सायं 05.08 बजे।
1 अगस्त, मंगलवार (श्रावण पूर्णिमा)
प्रारंभ- 1 अगस्त पूर्वान्ह 03.51 बजे
समाप्त- 2 अगस्त पूर्वान्ह 12.01 बजे।
30 अगस्त, बुधवार (श्रावण पूर्णिमा)
प्रारंभ- 30 अगस्त पूर्वान्ह 10.58 बजे
समाप्त- 31 अगस्त पूर्वान्ह 07.05 बजे।
29 सितंबर, शुक्रवार (भाद्रपद पूर्णिमा)
प्रारंभ- 28 सितंबर सायं 06.49 बजे
समाप्त- 29 सितंबर अपराह्न 03.26 बजे।
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28 अक्टूबर, शनिवार (अश्विन पूर्णिमा)
प्रारंभ- 28 अक्टूबर पूर्वाह्न 04.17 बजे
समाप्त- 29 अक्टूबर पूर्वाह्न 01.53 बजे।
27 नवंबर, सोमवार (कार्तिक पूर्णिमा)
प्रारंभ- 26 नवंबर अपराह्न 03.53 बजे
समाप्त-27 नवंबर अपराह्न 02.45 बजे।
26 दिसंबर, मंगलवार (मार्गशीर्ष पूर्णिमा)
प्रारंभ- 26 दिसंबर पूर्वाह्न 05.46 बजे
समाप्त- 27 दिसंबर पूर्वाह्न 06.02 बजे।
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