Friday, October 11, 2024
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बिहार में बाढ़ से हाहाकार, एयरपोर्ट तक पानी-पानी, 13 लाख आबादी प्रभावित

पटना: बिहार में वाल्मीकिनगर बराज, पश्चिमी चंपारण और कोसी बराज, वीरपुर सुपौल जिले से लगातार पानी आने के कारण 12 जिलों की करीब 13 लाख आबादी बाढ़ (flood) से प्रभावित हुई है। नेपाल की सीमा से सटे पश्चिमी चंपारण जिले में स्थित एकमात्र टाइगर रिजर्व वाल्मीकिनगर के एयरपोर्ट का रनवे और हेलीपैड दोनों ही डूब गए हैं। सामरिक दृष्टिकोण से यह काफी महत्वपूर्ण एयरपोर्ट है। क्योंकि, यह नेपाल सीमा पर स्थित है। इस एयरपोर्ट का इस्तेमाल एनडीआरएफ और एसडीआरएफ के साथ-साथ वीआईपी भी करते हैं।

नेपाल से छोड़ा गया पानी

भारी बारिश के कारण बिहार की सभी नदियां उफान पर हैं। नेपाल में भी भारी बारिश के कारण कोसी बराज, वीरपुर से रविवार सुबह पांच बजे 6,61,295 क्यूसेक पानी छोड़ा गया, जो 1968 के बाद सबसे ज्यादा है। तटबंधों की सुरक्षा के लिए जल संसाधन विभाग की टीमें दिन-रात मुस्तैद हैं। हालांकि, दोपहर बाद कोसी बराज में पानी का बहाव कम हो गया है। अररिया जिले के पलासी प्रखंड में बकरा नदी पर बना मनरेगा बांध देर रात ककोड़वा व देहती मीरभाग के पास कुछ हिस्सों में टूट गया।

नेपाल की बारिश से बढ़ा जलस्तर

मधुबनी के जिलाधिकारी अरविंद वर्मा ने बताया कि नेपाल के जल अधिग्रहण क्षेत्र में लगातार हो रही बारिश के कारण मधुबनी में कोसी का जलस्तर बढ़ गया है। मधेपुर प्रखंड के कोसी दियारा क्षेत्र के गढ़गांव पंचायत, बसीपट्टी के एक दर्जन गांवों में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है। लोग अपने घरों को खाली कर नाव से ऊंचे स्थानों पर जा रहे हैं।

लोगों से की गई घर खाली करने की अपील

प्रशासन ने ऊंचे स्थानों पर स्थित विद्यालयों में शरण स्थल बनाए हैं, लोग अपने परिवार के साथ वहां पहुंच रहे हैं। लोगों का सारा सामान नष्ट हो गया है। खाने-पीने का सामान नहीं बचा है और पानी लगातार बढ़ रहा है। प्रशासन ने शरण स्थल पर सामुदायिक रसोई की व्यवस्था की है। डीएम ने बताया कि कोसी बराज से पानी छोड़ा गया है, जिसके कारण मधेपुर प्रखंड के निचले इलाकों में पानी प्रवेश कर गया है। लोगों से घर खाली कर शरण स्थलों पर जाने की अपील की गई है। प्रशासन ने 25 नाव और दो मोटरबोट तैनात किए हैं।

लगातार इलाकों का जायजा ले रहे अधिकारी

एसडीआरएफ की दो टीमें भी बाढ़ प्रभावित इलाकों में भेजी गई हैं। प्रशासन और सिंचाई विभाग के अधिकारी लगातार इलाके का दौरा कर स्थिति का जायजा ले रहे हैं। कंट्रोल रूम का फोन नंबर और टोल फ्री नंबर जारी किया गया है, ताकि लोग अपनी समस्याओं को लेकर फोन कर सकें और उन्हें तत्काल सुविधा मुहैया कराई जा सके।

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कोसी मचा रही तबाही

नेपाल में कोसी व अन्य नदियों के जलग्रहण क्षेत्र में भारी बारिश के कारण उफनाई नदियों का जलस्तर सामान्य होने की ओर अग्रसर है। सुपौल जिले में कोसी बैराज पर जल प्रवाह में कमी की स्थिति है। हालांकि, यहां अभी भी सुबह नौ बजे तक 6।28 लाख क्यूसेक और 10 बजे 6।12 लाख क्यूसेक पानी डिस्चार्ज किया गया। कोसी बैराज से करीब 50 मीटर दूर नेपाल के वराह क्षेत्र में सुबह नौ बजे 2।90 लाख क्यूसेक जल प्रवाह रिकॉर्ड किया गया।

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