Monday, March 31, 2025
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Homeउत्तर प्रदेशविधानभवन के समक्ष परिवार के पांच लोगों ने किया आत्मदाह का प्रयास

विधानभवन के समक्ष परिवार के पांच लोगों ने किया आत्मदाह का प्रयास

लखनऊः राजधानी के सबसे व्यस्ततम इलाके हजरतगंज के पास विधानभवन पर आये दिन आत्मदाह का प्रयास करने की घटनाएं बढ़ती जा रही है। जबकि यहां पुलिस हमेशा तैनात रहती है। इसके बावजूद भी ऐसी घटनाओं पर रोक नही लग पा रही है। शुक्रवार को विधान भवन के सामने तीन महिलाओं समेत दो पुरुषों ने आत्मदाह का प्रयास किया है। परिवार के लोग पेट्रोल से खुद को जलाने का प्रयास कर रहे थे।

हालांकि घटना के बाद मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने सभी को बचा लिया। हजरतगंज कोतवाली प्रभारी श्याम बाबू शुक्ला ने बताया कि आत्मदाह का प्रयास करने वाले सभी लोग एक ही परिवार के सदस्य हैं और हरदोई जनपद के धन्नुपुरवा निवासी उमेश यादव, राजाराम, वीरु यादव, ऊषा देवी व माया हैं। पूछताछ में आत्मदाह का प्रयास करने वाले राजाराम का आरोप है कि जिस मकान में वह परिवार के साथ 40 वर्षों से रह रहे हैं, उस पर कामिनी वर्मा व उनके पति शिशिर वर्मा कब्जा कर रहे हैं। जिसकी शहर कोतवाली थाने में शिकायत की गई थी, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई है। कार्रवाई न होने से आरोपी पक्ष द्वारा परिवार को जान से मारने की धमकी दी जा रही है। इस सम्बंध में जिले के आलाधिकारियों से भी शिकायत के बावजूद कोई कार्रवाई न होने पर आज सुबह वह लोग लखनऊ पहुंचे और आत्मदाह का प्रयास किया। परिवार के आरोपों की जांच के लिए हरदोई जनपद पुलिस से सम्पर्क किया गया है। पूरे मामले की जानकारी के बाद आगे की कार्रवाई को अमल में लाया जाएगा। फिलहाल आत्मदाह करने वाले पांचों लोग सुरक्षित हैं गौरतलब है कि इससे पहले भी कुछ दिनों पूर्व भी एक व्यक्ति ने जमीनी विवाद के चलते विधानभवन के समक्ष खुद को आग लगा लिया था। लेकिन वहां मौजूद पुलिसकर्मियों ने आग बुझाकर उसे अस्पताल में भर्ती कराया था।

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इससे पूर्व में अमेठी की एक मां-बेटी ने भूमि विवाद पर पुलिस की कार्रवाई न होने से परेषान होकर विधानभवन के सामने आग लगा ली थी। इस घटना में मां की इलाज के दौरान मृत्यु भी हो गयी थी। वहीं कुछ माह पूर्व एक युवती ने भी भाजपा कार्यालय के समक्ष खुद को आग के हवाले कर दिया था। उसकी भी उपचार के दौरान चिकित्सालय में मौत हो गयी थी।

पुलिस की तत्परता से बची परिवार की जान

आत्मदाह का प्रयास कर रहे एक ही परिवार के पांच लोगों को पुलिस की तत्परता से बचा लिया गया। अगर जरा सा भी चूक हो जाती तो यह बड़ी घटना हो सकती थी। पुलिस की बेहतर कार्यशैली को लेकर पुलिस कमिश्नर ने 25 हजार रुपये के नकद पुरस्कार से पुरस्कृत किया है।

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