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सोमवार को निकलेगी महाकाल की श्रावण मास की पहली सवारी, भगवान मनमहेश रूप में देंगे दर्शन

mahakaleshwar

उज्जैन: हर साल की इस साल भी श्रावण-भादौ मास के सोमवार को निकलने वाली बाबा महाकाल की सवारी सोमवार, 26 जुलाई को धूमधाम से निकलेगी। बाबा महाकाल मनमहेश रूप में प्रजा को दर्शन देंगे। सवारी मंदिर से रामघाट जाएगी और वहां से पूजन पश्चात पुन: मंदिर पहुंचेगी।

कलेक्टर सह मंदिर प्रबंध समिति के अध्यक्ष आशीष सिंह ने बताया कि कोविड-19 प्रोटोकॉल का ध्यान रखते हुए इस बार भी गत वर्ष की तरह छोटे मार्ग से बाबा महाकाल की सवारी लावलश्कर के साथ निकलेगी। नगर भ्रमण के निकलने के पूर्व सभामंडप में विधिवत पूजन होगा। पश्चात भगवान पालकी में विराजित होकर प्रजा को दर्शन देने नगर भ्रमण हेतु प्रस्थान करेंगे। मुख्य द्वार पर सशस्त्र पुलिस बल के जवानों द्वारा भगवान को सशस्त्र सलामी दी जायेगी। उसके पश्चात सवारी बडा गणेश मंदिर के सामने से होते हुए हरसिद्धि मंदिर के समीप से नृसिंह घाट रोड पर सिद्ध आश्रम के सामने से होते हुए क्षिप्रातट, रामघाट पहुंचेगी। रामघाट पर मां क्षिप्रा के जल से बाबा के अभिषेक पूजन के पश्चात सवारी रामानुजकोट, हरसिद्धी पाल से हरसिद्धी मंदिर के सामने से होकर बड़ा गणेश मंदिर के सामने से होते हुए महाकालेश्वर मंदिर वापस आएगी।

मंदिर प्रबंध समिति के प्रशासक नरेन्द्र सूर्यवंशी ने बताया कि सवारी आम श्रद्धालु घर बैठे बाबा के दर्शन कर सके, इसके लिए सवारी मार्ग पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं और लाइव प्रसारण किया जाएगा। मंदिर की वेबसाइट पर भी सवारी के लाइव दर्शन कर सकते हैं। कोविड-19 प्रोटोकॉल के कारण सवारी में सीमित संख्या में अधिकृत व्यक्ति ही शामिल हो सकेंगे।

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11 बजे से बंद हो जाएंगे मंदिर आने-जाने के मार्ग

सूर्यवंशी ने बताया कि सोमवार को प्रात: 11 बजे तक ऑनलाइन पंजीयन करवाने वाले श्रद्धालु महाकाल मंदिर में दर्शन कर सकेंगे। इसके बाद धारा-144 के तहत मंदिर आने-जाने के मार्गों पर प्रवेश प्रतिबंधित कर दिया जाएगा। ताकि सवारी मार्ग पर भीड़ एकत्रित न हो सके।