पटना: बिहार के पाटलिपुत्र लोकसभा क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी और पूर्व केंद्रीय मंत्री रामकृपाल यादव के काफिले पर शनिवार को हुई फायरिंग के मामले में दर्ज प्राथमिकी में नौ लोगों को आरोपी बनाया गया है। मामले की जांच और आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया गया है।
पुलिस ने दर्ज की FIR
निवर्तमान सांसद व पूर्व केंद्रीय मंत्री रामकृपाल यादव ने आरोप लगाया है कि शनिवार की शाम मसौढ़ी इलाके में उन पर फायरिंग की गई और एक समर्थक का सिर फोड़ दिया गया। पटना (पूर्वी) के पुलिस अधीक्षक भरत सोनी ने बताया कि इस मामले में सांसद यादव के लिखित बयान पर प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है।
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आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए SIT का गठन किया गया है। प्राथमिकी में 9 लोगों को आरोपी बनाया गया है। आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है। दरअसल, भाजपा समर्थकों ने यह आरोप लगाते हुए हंगामा किया कि स्थानीय विधायक रेखा देवी तिनेरी गांव के पास एक मतदान केंद्र पर गई थीं।
मीसा भारती से है रामकृपाल का मुकाबला
इसके बाद आरोप है कि राजद समर्थकों ने मुखिया रीना कुमारी के पति शशि शर्मा पर हमला कर दिया और उनकी पिटाई की गई। बताया जाता है कि सांसद मुखिया के पति से मिलने जा रहे थे, तभी उन पर फायरिंग की गई। गौरतलब है कि इससे पहले सारण लोकसभा क्षेत्र में भी आरजेडी उम्मीदवार रोहिणी आचार्य के एक बूथ पर जाने के बाद बवाल हुआ था, जिसके बाद हुई हिंसक झड़प में एक व्यक्ति की मौत हो गई थी और दो लोग घायल हो गए थे।
पाटलिपुत्र संसदीय क्षेत्र में बीजेपी उम्मीदवार रामकृपाल यादव का मुकाबला आरजेडी अध्यक्ष लालू यादव की बेटी मीसा भारती से है। इस बीच बीजेपी ओबीसी मोर्चा के राष्ट्रीय मंत्री निखिल आनंद ने पूर्व केंद्रीय मंत्री रामकृपाल यादव पर हमले को सुनियोजित साजिश करार देते हुए उच्चस्तरीय जांच की मांग की है।
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