Fatehabad News : प्रतिबंध के बावजूद धान की पराली जलाने वालों के खिलाफ लगातार कानूनी कार्रवाई जारी है। वहीं जिला पुलिस ने पराली जलाने के आरोप में दो और किसानों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। बताया जा रहा है कि, अब तक कुल 10 किसानों के खिलाफ FIR दर्ज हो चुकी है।
10 किसानों के खिलाफ मामला दर्ज
अब तक 10 किसानों के खिलाफ एफआईआर दर्ज हो चुकी है। पहले मामले में भूना पुलिस को दी शिकायत में कृषि विभाग भूना से एग्रीकल्चर सुपरवाइजर नवीन कुमार ने कहा है कि, उपायुक्त द्वारा धान कटाई उपरांत बचे हुए अवशेष जलाने पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया हुआ है। बता दें, गत दिवस हरसेक द्वारा उन्हें जीपीएस लोकेशन भेजी गई जिसमें गांव गोरखपुर में किसान द्वारा अपने खेत में आग लगाने की सूचना थी। वहीं इस पर कृषि विभाग की टीम मौके पर पहुंची तो पाया कि, किसान नेकी राम पुत्र जियाराम निवासी गोरखपुर ने अपने खेत में 16 कनाल जमीन पर पराली में आग लगाई हुई थी। जिसके बाद इस पर कृषि विभाग की टीम ने इस बारे पुलिस को सूचना दी। इस मामले में पुलिस ने आरोपी किसान के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है।
कई जगहों पर जलती पाई गई पराली
तो वहीं दूसरे मामले में सदर रतिया पुलिस ने एग्रीकल्चर सुपरवाइजर मनदीप सरबटा की शिकायत पर किसान सुखदेव सिंह पुत्र पुरूषोतम सिंह निवासी कलोठा के खिलाफ केस दर्ज किया है। हरसेक से मिली लोकेशन के बाद कृषि विभाग की टीम मौके पर पहुंची तो पाया कि, सिकान ने 3 कनाल 2 मरले खेत में पराली जलाई हुई थी।
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350 के पार हुआ AQI
बता दें कि, जिले में धान की कटाई चल रही है और हर बार की तरह एक बार फिर पराली जलाने के कारण पर्यावरण में प्रदूषण का जहर घुल रहा है। प्रशासन की सख्ती और कार्रवाई के बावजूद आगजनी की घटनाओं पर लगाम नहीं लग रही। वहीं परिणाम स्वरूप फतेहाबाद क्षेत्र का एयर क्वालिटी इंडैक्स बेहद खराब बना हुआ है और हाल ही में आंकड़ा 350 के पार जा चुका है। यह वायु प्रदूषण का बेहद खराब स्तर माना जाता है। जिसके कारण लोगों को सांस लेने में दिक्कत हो रही है।