Sunday, March 30, 2025
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Homeमहाराष्ट्रऔरंगजेब से हमदर्दी पड़ी भारी...बैकफुट पर आए सपा नेता अबू आजमी

औरंगजेब से हमदर्दी पड़ी भारी…बैकफुट पर आए सपा नेता अबू आजमी

Abu Azmi: महाराष्ट्र समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और विधायक अबू आजमी ने मुगल शासक औरंगजेब (aurangzeb) की तारीफ की थी। वहीं महाराष्ट्र में मचे सियासी घमासान के बाद अब अबू आजमी बैकफुट पर आ गए है। औरंगजेब पर दिए अपने बयान पर सफाई देते हुए अबू आजमी ने कहा कि मेरे शब्दों को तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, “मेरे शब्दों को तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया है।

Abu Azmi: अबू आजमी ने दी सफाई

मैंने औरंगजेब (aurangzeb) रहमतुल्लाह अलीह के बारे में वही कहा है जो इतिहासकारों और लेखकों ने कहा है। मैंने छत्रपति शिवाजी महाराज, संभाजी महाराज या किसी अन्य महापुरुष के बारे में कोई अपमानजनक टिप्पणी नहीं की है। लेकिन फिर भी अगर मेरे बयान से किसी को ठेस पहुंची है तो मैं अपने शब्द, अपना बयान वापस लेता हूं।”

उन्होंने आगे कहा, “इस मामले को राजनीतिक मुद्दा बनाया जा रहा है और इसी वजह से महाराष्ट्र विधानसभा का बजट सत्र बंद किया जा रहा है, मुझे लगता है कि इससे महाराष्ट्र की जनता को नुकसान हो रहा है।” अबू आजमी ने एक वीडियो संदेश जारी कर कहा, “हमने औरंगजेब के बारे में जो भी टिप्पणी की है, वह इतिहासकारों को पढ़कर की है। मेरे बयान को तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया। हमने किसी महापुरुष का अपमान नहीं किया है।

ये भी पढ़ेंः- Maharashtra: समाजवादी पार्टी के नेता के खिलाफ मामला दर्ज, लगे हैं गंभीर आरोप

हम छत्रपति शिवाजी महाराज, संभाजी महाराज, ज्योतिबा फुले, डॉ. भीमराव अंबेडकर का सम्मान करते हैं। इन महापुरुषों ने समाज के सभी वर्गों के लोगों को समान दर्जा दिया था। अगर किसी को लगता है कि मैंने गलत कहा है तो मैं अपना बयान वापस लेता हूं। मेरा मानना ​​है कि विधानसभा का सत्र चलना चाहिए। इस मामले की वजह से जनता का कोई काम नहीं रुकना चाहिए।”

Abu Azmi ने की थी औरंगजेब की तारीफ

इससे पहले सोमवार को सपा नेता अबू आजमी ने मुगल शासक औरंगजेब की तारीफ की थी। इसके बाद देश में बयानों का दौर शुरू हो गया था। अबू आज़मी ने कहा, “औरंगज़ेब एक न्यायप्रिय राजा था। उसके कार्यकाल में ही भारत सोने की चिड़िया बना था। मैं औरंगज़ेब को क्रूर शासक नहीं मानता। औरंगज़ेब के समय में धर्म के लिए नहीं, बल्कि शासन के लिए लड़ाई थी। हिंदुओं और मुसलमानों के बीच कोई लड़ाई नहीं थी। औरंगज़ेब ने अपने कार्यकाल में कई हिंदू मंदिर बनवाए। औरंगज़ेब के बारे में गलत इतिहास दिखाया जा रहा है।”

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