लखनऊः उत्तर प्रदेश के प्रयागराज जनपद के नैनी कोतवाली क्षेत्र के अरैल के पास एसटीएफ और दो शातिर अपराधियों के बीच मुठभेड़ हुई। दोनों तरफ से गोलीबारी में दो अपराधियों की मौत हो गई। सूचना पर पुलिस विभाग के आला अधिकारी मौके पर पहुंच गए।
अपर पुलिस अधीक्षक एसटीएफ नीरज कुमार पाण्डेय ने बताया कि भदोही जिले के शातिर बदमाश वकील पाण्डेय और अमजद थे। वकील पाण्डेय की गिरफ्तारी के लिए पचास हजार का इनाम घोषित था। इसके दूसरे साथी अजमत के खिलाफ 24 आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं। दोनों अपराधी माफिया मुन्ना बजरंगी सहित पूर्वांचल के अपराधियों के लिए काम करते थे। दोनों शूटरों ने वर्ष 2013 में वाराणसी में डिप्टी जेलर अनिल कुमार त्यागी की गोली मारकर हत्या कर दी थी। हत्या के बाद से दोनों फरार चल रहे थे। एसटीएफ दोनों अपराधियों की तलाश में लगी हुई थी।
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प्रयागराज फील्ड इकाई की टीम को सूचना मिली कि बदमाश किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने के लिए नैनी के अरैल इलाके में आ रहे हैं। सूचना की पुष्टि पर पुलिस उपाधीक्षक नवेन्दू ने अपनी टीम के साथ तलाश शुरू की। इसी बीच गुरूवार सुबह दोनों अपराधियों से उनकी मुठभेड़ हो गई। दोनों को गोली लगने के बाद स्वरूपरानी नेहरू चिकित्सालय ले गए जहां डॉक्टर ने बदमाशों को मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर विधिक कार्रवाई शुरू कर दी है।