फर्रुखाबादः अमृतपुर के चर्चित पीयूष हत्याकांड में पुलिस के बढ़ते दबाव के चलते सोमवार को न्यायालय में आत्म समर्पण करने जा रहे चार आरोपियों को एसओजी टीम ने कचहरी गेट से उठा लिया। इस दौरान एसओजी टीम पर हमले का प्रयास किया गया। अमृतपुर कस्बा निवासी दिनेश अवस्थी के 23 वर्षीय पुत्र पीयूष की गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी। जिसके बाद मृतक पियूष के भाई अनुभव अवस्थी की तहरीर पर पुलिस ने रामबाबू, अरुण, विपिन, विनोद पुत्र राजेन्द्र, अंकित, अनमोल पुत्र रामबाबू, प्रीती पत्नी अरुण, सीमा पत्नी रामबाबू, अल्का पत्नी विपिन, मुस्कान पुत्री रामबाबू, अक्षत पुत्र अरुण व दो-तीन अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था।
ये भी पढ़ें..शाहीनबाग में अतिक्रमण पर चला बुलडोजर, मौके पर अधिकारी व पुलिस बल तैनात
घटना के तीन दिन बाद भी आरोपियों का कोई पता ना चलने पर एसपी का रुख सख्त हो गया। जिसके बाद स्पेशल आपरेशन ग्रुप (एसओजी) टीम के प्रभारी बलराज भाटी ने कचेहरी गेट पर आरोपियों की घेराबंदी की। आरोपी कोर्ट में आत्मसमर्पण करने जा रहे थे। जिसके बाद एसओजी ने उन्हें कोर्ट के गेट पर घेर लिया।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, आरोपियों को पकड़ने के दौरान टीम के साथ धक्का-मुक्की का प्रयास भी किया गया।लेकिन आरोपियों के समर्थक टीम के चंगुल से आरोपियों को नहीं छुड़ा सके। पता चला है की एसओजी ने आरोपी रामबाबू, विपिन, विनोद व अंकित को कचहरी गेट से गिरफ्तार कर लिया। जिन्हें पुलिस लाइन ले जाया गया है। एसओजी टीम प्रभारी बलराज भाटी ने बताया की कुछ लोगों को पकड़ा है। अभी जांच की जा रही है।
बता कि 7 मई को पीयूष की मां और बाप को गोली मार कर आरोपित पीयूष को उठा ले गए थे। उन्होंने पीयूष के हाथ पांव बांध कर पहले गोली मारी फिर सिर कलम कर हत्या कर दी थी। इस घटना के बाद पुलिस ने जब आरोपितों को गिरफ्तार करने का दबाव बनाया तो वह आज न्यायालय में आत्मसमर्पण करने जा रहे थे। जिसकी भनक एसओजी टीम को लग गई। टीम के प्रभारी व जवान कचहरी गेट पर छिप गए। जैसे ही आरोपित वहां पहुंचे टीम ने चारों आरोपितों को दबोच लिया।
(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक औरट्विटरपर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें…)