नई दिल्ली: आज विपक्षी सांसदों के जोरदार हंगामे के बीच राज्यसभा ने भी कृषि विधेयकों को पारित कर दिया है। कृषि उपज व्यापार और वाणिज्य (संवर्द्धन और सरलीकरण) विधेयक-2020 व कृषक (सशक्तिकरण एवं संरक्षण) कीमत आश्वासन समझौता और कृषि सेवा पर करार विधेयक-2020 को मंजूरी मिली है। केंद्र द्वारा लाए गए कृषि से जुड़े इन तीन विधेयकों पर सरकार को भारी विरोध झेलना पड़ रहा है। विपक्ष लगातार विधेयकों के किसानों के लिए फायदेमंद होने पर सवाल उठा रहा है। कई किसान संगठन भी इन विधेयकों का विरोध कर रहे हैं। वहीं बीजेपी नेताओं ने किसान बिल पास होने पर जश्न मनाया। देखें देशभर में हुए विरोध-प्रदर्शन और बीजेपी के जश्न की तस्वीरें...
रविवार को हरियाणा के अंबाला में किसान बिलों का विरोध कर रहे यूथ कांग्रेस कार्यकर्ताओं और किसानों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने वाटर कैनन का इस्तेमाल किया।
ध्वनिमत से पारित होने से पहले इन विधेयकों पर सदन में खूब हंगामा हुआ। नारेबाजी करते हुए सांसद वेल तक पहुंच गए। कोविड-19 के खतरे को भुलाते हुए धक्का-मुक्की भी हुई।
विपक्ष ने इसे 'काला दिन' बताया है। तृणमूल कांग्रेस के सांसद डेरेक ओ'ब्रायन ने कहा कि यह 'लोकतंत्र की हत्या' है।
युवा कांग्रेस के कार्यकर्ताओं और किसानों ने अंबाला में किसान बिलों के विरोध के दौरान एक ट्रैक्टर में आग लगा दी।
नई दिल्ली में विजय बसंत में चल रहे मानसून सत्र के दौरान राज्यसभा में कृषि सुधार बिल पास होने के बाद दिल्ली देहात किसान महासंघ ने जश्न मनाया।
केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने नई दिल्ली में विजय चौक पर संसद भवन के बाहर राज्यसभा में कृषि सुधार बिल पारित होने के बाद किसानों के साथ जश्न मनाया।
बता दें, कृषि विधेयक पास होने पर बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि 'नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार ने किसानों को पिछले 70 सालों के अन्याय से मुक्त करा दिया है।' उन्होंने राज्यसभा में हंगामे पर कहा, "विपक्षी दल किसान-विरोधी हैं। प्रक्रिया का हिस्सा बनने के बजाय, उन्होंने किसानों की मुक्ति को रोकने की कोशिश की। बीजेपी उनकी हरकतों की निंदा करती है।"