मेलबर्न: ऑस्ट्रेलिया में भारतीय कामगारों के शोषण (indian workers) को एक स्थानीय अदालत ने गंभीरता से लिया है। कोर्ट ने मेलबोर्न की एक कंपनी और उसके निदेशक पर कुल $60,480 (पचास लाख से अधिक) का जुर्माना लगाया। इस कंपनी का नाम गॉथिक डाउन्स प्राइवेट लिमिटेड है। यह बेकर्स बुटीक और पेटीसेरी आउटलेट संचालित करता है।
फेडरल सर्ट एंड फैमिली कोर्ट ने गोथिक डाउन्स पीटीई लिमिटेड पर $50,400 का जुर्माना लगाया और एकमात्र निदेशक ग्यूसेप कॉनफोर्टेरे पर $10,080 का जुर्माना लगाया। कोर्ट ने यह जुर्माना किसी कर्मचारी को बैक-पे पेमेंट का अधिकार नहीं देने पर लगाया है। जज हीथर रिले ने टिप्पणी की कि कंपनी और निदेशकों ने भारतीय कामगारों के अस्थायी कुशल वीजा की कमजोरी (indian workers) का फायदा उठाया।
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दूसरी ओर, 2019 में भी ऑस्ट्रेलियाई नियामक प्राधिकरण फेयर वर्क ओम्बड्समैन ने अनुपालन नोटिस का पालन करने में विफल रहने पर इस कंपनी पर जुर्माना लगाया था। इस मामले में एक और भारतीय मजदूर पीड़ित है।प्राधिकरण ने जांच रिपोर्ट में कहा है कि कंपनी ने नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए न्यूनतम मजदूरी दर, मॉर्निंग शिफ्ट रेट, वीकेंड और पब्लिक हॉलिडे और ओवरटाइम रेट का भुगतान नहीं किया। न्यायाधीश रिले ने आश्चर्य व्यक्त किया कि कंपनी को नहीं पता कि इन कर्मचारियों का कितना बकाया है।
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