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हिमाचल में मतदान के बाद निजी कार से ले जा रहे थे ईवीएम, छह कर्मी निलंबित

शिमला: हिमाचल प्रदेश के शिमला जिले के रामपुर बुशहर विधानसभा क्षेत्र में शनिवार को हुई वोटिंग के बाद एक निजी कार से ईवीएम बरामद किए जाने से माहौल तनावपूर्ण हो गया था। कांग्रेस समर्थकों ने पहले कार को घेरकर नारेबाजी की और बाद में स्थानीय पुलिस थाने के समक्ष धरना दिया। प्रदेश कांग्रेस लीगल सेल ने चुनाव आयोग से शिकायत कर मामले में कार्रवाई व जांच की मांग उठाई।

इस पूरे घटनाक्रम पर कड़ा संज्ञान लेते हुए रामपुर विधानसभा हल्के के रिटर्निंग अधिकारी व एसडीएम रामपुर सुरेंद्र मोहन ने सम्बंधित पोलिंग पार्टी के छह कर्मचारियों को निलंबित कर दिया है। रिटर्निंग अधिकारी द्वारा जारी निलंबन आदेश में कहा गया है कि पोलिंग स्टेशन नम्बर -49 दत्तनगर की पोलिंग पार्टी चुनाव आयोग के आदेशों की अवहेलना करते हुए ईवीएम को अपनी निजी गाड़ी में ले गई। नियमों की उल्लंघना पाए जाने पर एसडीएम ने उक्त पोलिंग स्टेशन के चार मतदान कर्मियों और दो सुरक्षा कर्मियों को निलंबित कर दिया।

क्या है पूरा मामला -

शनिवार देर शाम रामपुर के दत्तनगर में कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं ने एक निजी कार रोकी, जिसमें ईवीएम ले जाई जा रही थी। कांग्रेसियों ने इस बात पर हंगामा शुरू कर दिया कि ईवीएम को निजी कार से कैसे ले जाया जा रहा है। सोशल मीडिया पर इससे जुड़ा वीडियो वायरल हो गया। रामपुर बुशहर से कांग्रेस उम्मीदवार व मौजूदा विधायक नन्द लाल ने मौके पर पहुंचकर पुलिस प्रशासनिक अधिकारियों को सूचित किया। रामपुर पुलिस ने कार और ईवीएम मशीन को कब्जे में लिया।

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कांग्रेस ने इस पूरे प्रकरण की चुनाव आयोग से शिकायत कर जांच की मांग की है। कांग्रेस ने भाजपा सरकार पर ईवीएम मशीनों में गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी को पत्र लिखा है। पत्र में लिखा गया है कि ईवीएम मशीनों को पोलिंग बूथ से स्ट्रांग रूम के लिए निर्वाचन विभाग द्वारा अधिकृत गाड़ी की बजाय एक निजी गाड़ी HP03D-2023 में ले जाया जा रहा था। कांग्रेस ने चुनाव आयोग से जांच कर दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई की मांग उठाई।

बता दें कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व छह बार सीएम रहे दिवंगत वीरभद्र सिंह रामपुर बुशहर हल्के से ताल्लुक रखते थे। रामपुर बुशहर के सराहन में उनका पदम् पैलेस नाम से महल है। वह रामपुर रियासत के राजा थे। उनके बेटे विक्रमादित्य सिंह कांग्रेस के विधायक हैं। इस बार के चुनाव में कांग्रेस ने उन्हें स्टार प्रचारक बनाया है। विक्रमादित्य सिंह ने ईवीएम बरामदगी की घटना से जुड़ी तस्वीरें अपने फेसबुक पेज पर साझा की हैं। उन्होंने भाजपा पर ईवीएम में गड़बड़ी का अंदेशा जताते हुए चुनाव आयोग से मामले की जांच की मांग उठाई है।

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