यमुनानगर में जातीय दंगे, दो गुटों में खूनी संघर्ष, एक दर्जन मोटरसाइकिलें तोड़ी

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चंदीगढ़: गणतंत्र दिवस के अवसर पर लाल किले पर तिरंगे झंडे का अपमान करने व हुई हिंसा के विरोध को लेकर सरस्वती नगर में बुधवार रात प्रदर्शन कर रहे हिंदू संगठनों के वर्करों पर एक समुदाय से जुड़े कुछ युवकों ने हमला कर दिया। राष्ट्र विरोधी व धर्म से जुड़े नारे लगाए। वहां खड़ी लगभग 10 बाइकों को तोड़ दिया। हिंसा के विरोध में प्रदर्शन कर रहे हिंदू वर्करों ने मंदिरों व घरों में छिपकर जान बचाई।

इस हमले में एक युवक को चोटे भी आई। सूचना मिलते ही थाना छप्पर की पुलिस मौके पर पहुंची। हालात तनावपूर्ण देखते हुए पुलिस अधीक्षक कमलदीप गोयल में मौके पर पहुंच गए। देर रात तक मौके पर हालात का जायजा लेते रहे। इस हमले में वहां स्थिति तनावपूर्ण बनी रही। छप्पर पुलिस के थाना प्रभारी राय सिंह ने बताया कि दिल्ली में किसानों के आन्दोलन में 26 जनवरी को एक समुदाय के लोगों ने दंगे किए थे और लाल किले पर तिरंगे का अपमान किया था इसी को लेकर देर शाम हिंदू संगठनों के कार्यकर्ताओं ने ने सरस्वती धाम में एकत्रित होकर प्रदर्शन किया व रोष मार्च निकाला।

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एक समुदाय के खिलाफ नारे भी लगाए थे। इस रोष प्रदर्शन के बाद जब यें सरस्वती धाम पर वापिस वर्कर पहुंचे तभी 15 से 20 बाइकों पर सवार हथियार लेकर एक विशेष समुदाय के युवकों आ गए और आते ही उन्होंने हिंदू संगठन वर्करों पर हमला कर दिया। उन्होंने कहा कि 10 बाइकों को तोड़ा गया है और मंदिर पर पथराव भी किया गया है। उसके बाद वहां से हमलावर युवक फरार हो गए और चेहरे ढके हुए थे। 20 अज्ञात लोगों के खिलाफ के पुलिस ने केस दर्ज कर लिया गया है पर हमला करने वाले को पुलिस जल्दी गिरफ्तार कर लेगी।