Atul Subhas Suicide Case: सॉफ्टवेयर इंजीनियर अतुल सुभाष (Atul Subhas) की खुदकुशी ( Suicide) का मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है। बेंगलुरु की एक प्रतिष्ठित आईटी कंपनी में काम करने वाले अतुल सुभाष ने आत्महत्या करने से पहले एक वीडियो 24 पन्नों का सुसाइड नोट छोड़ा है, जिसमें उसने शादी के बाद तनाव, अपने खिलाफ दर्ज कई मामलों, पत्नी, रिश्तेदारों और उत्तर प्रदेश के एक जज द्वारा प्रताड़ित किए जाने का जिक्र किया है। इस मामले बेंगलुरु पुलिस ने मंगलवार बड़ी कार्रवाई करते हुए उसकी पत्नी और उसके परिवार के खिलाफ सुसाइड के लिए उकसाने का केस दर्ज किया गया।
Atul Subhas Suicide Case: जानें क्या है पूरा मामला?
दरअसल उत्तर प्रदेश के जौनपुर के रहने वाले सॉफ्टवेयर इंजीनियर अतुल सोमवार सुबह बेंगलुरु के मराठाहल्ली के मुन्नेकोलालू में अपने अपार्टमेंट में फंदे से लटके पाए गए। अतुल ने अपनी मौत से पहले 24 पन्नों का सुसाइड नोट छोड़ा है, जिसमें उन्होंने कहा है कि घरेलू कलह ने उन्हें यह कदम उठाने के लिए मजबूर किया।
अतुल ने अपनी मौत के लिए अपनी पत्नी निकिता सिंघानिया, सास, साले और चचेरे भाई को जिम्मेदार ठहराया है। सुसाइड नोट में उसने जौनपुर की फैमिली कोर्ट की जज रीता कौशिक पर समझौते के बदले 5 लाख रुपए रिश्वत मांगने का भी आरोप लगाया है। हालांकि इस मामले अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है।
‘बेटे से मिलने के लिए मांगे 30 लाख रुपये’
अतुल के भाई की ओर से दर्ज कराई गई एफआईआर में बताया गया कि दोनों की शादी 2019 में हुई थी और उनका एक बच्चा भी है। कुछ समय साथ रहने के बाद दोनों ने अलग होने का फैसला किया, जिसके बाद अतुल की पत्नी की ओर से समझौते के तौर पर 3 करोड़ रुपये मांगे जा रहे थे। शिकायत में यह भी आरोप लगाया गया है कि अतुल की पत्नी ने अपने चार साल के बेटे से मिलने के लिए उनसे 30 लाख रुपये मांगे थे।
Atul Subhas Suicide Case: न्याय व्यवस्था पर उठाएं सवाल ?
वीडियो बनाते समय अतुल ने जो टी-शर्ट पहनी हुई थी, उस पर ‘Justice is Due’ यानी ‘इंसाफ बाकी है’ लिखा हुआ था। 24 पन्नों के सुसाइड नोट में अतुल ने कहा है कि निकिता और उसके परिवार ने उसके खिलाफ घरेलू हिंसा, हत्या, दहेज उत्पीड़न समेत 9 मामले दर्ज कराए हैं। अतुल ने यह भी कहा कि शादी के बाद से ही निकिता और उसका परिवार किसी न किसी बहाने उससे पैसे मांगता रहता था।
अतुल ने वीडियो में न्याय व्यवस्था पर भी सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि मुझे आत्महत्या कर लेनी चाहिए क्योंकि मैं जो पैसा कमा रहा हूं उससे मेरे दुश्मन और मजबूत हो रहे हैं। यही पैसा मुझे बर्बाद करने में इस्तेमाल होगा। इसलिए वैल्यू की सप्लाई खत्म होनी चाहिए।
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Atul Subhas Suicide Case: डिप्रेशन में थे अतुल सुभाष
पुलिस जांच में पता चला है कि अतुल सुभाष (Atul Subhas) डिप्रेशन में थे। आत्महत्या करने से पहले उन्होंने एक विस्तृत सुसाइड नोट लिखा था। अतुल की पत्नी निकिता सिंघानिया ने उस पर दहेज और हत्या के प्रयास जैसे गंभीर आरोप लगाए थे। मुकदमेबाजी के कारण अतुल पर मानसिक दबाव बहुत बढ़ गया था। वह डिप्रेशन में चला गया था। आत्महत्या करने से पहले अतुल ने एक वीडियो रिकॉर्ड किया था, जिसमें उसने जौनपुर के फैमिली कोर्ट के जज, उनकी पत्नी निकिता सिंघानिया और उनके परिवार को अपनी मौत के लिए जिम्मेदार ठहराया था।
Atul Subhas Suicide Case: महिला सुरक्षा के लिए कानून का हो रहा दुरुपयोग
बरखा त्रेहन जो पुरुष अधिकार कार्यकर्ता ने कहा कि अतुल सुभाष (Atul Subhas) पहले सख्स नहीं हैं। इनके जैसे लाखों पुरुष अपनी जान गंवा चुके हैं। 34 साल अतुल सुभाष असहाय थे, पूरा सिस्टम फेल हो चुका है। सिस्टम में बहुत पक्षपात है, सिर्फ़ महिलाओं की सुनवाई होती है, पुरुषों की नहीं… पुरुषों को परेशान किया जाता है और धमकाया जाता है… जानबूझकर पुरुषों के खिलाफ़ (IPC) धारा 498 के तहत मामले दर्ज किए जाते हैं और सुप्रीम कोर्ट ने पाया है कि इनमें से 95% मामले फ़र्जी होते हैं।
महिलाओं की सुरक्षा के लिए बनाए गए कानूनों का हथियार के तौर पर इस्तेमाल किया जा रहा है। घरेलू हिंसा और क्रूरता से जुड़े कानून अक्सर पुरुषों पर थोपे जाते हैं। इसी साल सितंबर में सुप्रीम कोर्ट ने घरेलू हिंसा अधिनियम और धारा 498ए को सबसे ज़्यादा ‘दुरुपयोग’ वाले कानूनों में से एक बताया था। सुप्रीम कोर्ट भी कई बार 498A के दुरुपयोग पर चिंता जाहिर कर चुका है।