Engineer Atul Subhash suicide Case: बेंगलुरु में AI इंजीनियर अतुल सुभाष (Atul Subhash) की आत्महत्या की घटना ने एक बार फिर न्याय व्यवस्था को सवालों के घेरे में ला दिया है। 24 पन्नों के सुसाइड नोट और करीब डेढ़ घंटे के वीडियो में अतुल ने न सिर्फ अपनी पत्नी और ससुराल वालों पर गंभीर आरोप लगाए हैं। बल्कि न्याय व्यवस्था और सिस्टम पर भी कई गंभीर आरोप लगाए हैं। अब अतुल के पिता पवन मोदी ने ऐसे खुलासे किए हैं, जो काफी हैरान करने वाले हैं।
Engineer Atul Subhash suicide Case: पत्नी ने मांगे 3 करोड़
अतुल सुभाष (Atul Subhash) के पिता पवन मोदी ने एक इंटरव्यू में बताया कि कोर्ट और कानून से लड़ते-लड़ते आखिरकार उनका बेटा हार गया। उन्होंने कहा कि मेरे बेटे की मौत दुख से नहीं बल्कि बेबसी से हुई है। मेरा बेटा अंदर ही अंदर घुट रहा था। वह न्याय व्यवस्था से भी तंग आ चुका था। (Atul Subhash) के पिता ने यह भी बताया कि कोर्ट में उनकी पत्नी ने तलाक के बदले पहले 1 करोड़ रुपए मांगे, बाद में 3 करोड़ मांगे।
मृतक के पिता ने इस केस की सुनवाई कर रहे जज पर भी गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि कोर्ट बहू के पक्ष में फैसले सुनाता रहा और उसकी मांग बढ़ती रही। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से मामले का संज्ञान लेने की अपील की है। अतुल सुभाष (Atul Subhash) के पिता ने कहा कि हमें बस न्याय चाहिए। उसने एक मिसाल कायम करने के लिए अपनी जान दे दी। उसके साथ जो हुआ वह किसी और के साथ न हो। मेरे बेटे को न्याय मिले यह जरूरी है।
ये भी पढ़ेंः- Atul Subhas Suicide Case: AI इंजीनियर अतुल सुभाष की खुदकुशी पर क्यों मचा बवाल
Engineer Atul Subhash suicide Case: PM मोदी से लगाई गुहार
अतुल सुभाष के पिता ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी से बड़ी अपील की है। पवन मोदी ने कहा, हमें पीएम मोदी पर भरोसा है, उन्हें हमें न्याय दिलाना चाहिए। नरेंद्र मोदी जी को मामले का संज्ञान लेना चाहिए। मुझे CJI पर पूरा भरोसा है। बस मेरे बेटे को न्याय मिल जाए। अतुल (Atul Subhash) के पिता पवन मोदी ने कहा कि हम उनकी आखिरी इच्छा जरूर पूरी करेंगे। हमें पोते की कस्टडी चाहिए। बच्चा वहां सुरक्षित नहीं है।
Engineer Atul Subhash suicide Case: अतुल ने सुसाइड नोट में लिखी अपनी अंतिम इच्छा
बता दें कि @ayushh_it_is नाम के एक्स हैंडल से 12 पॉइंट में एक विश लिस्ट शेयर की गई है। यह अतुल सुभाष की आखिरी इच्छा थी। कहा गया है कि उनके केस की सुनवाई लाइव होनी चाहिए, ताकि लोगों को इस देश की न्याय व्यवस्था के बारे में पता चल सके।
अतुल (Atul Subhash) ने कहा कि बच्चे की कस्टडी मेरे परिवार को दी जाए, ताकि मेरा परिवार मेरे बच्चे में अच्छे संस्कार डाल सके। उन्होंने यह भी कहा कि उनकी पत्नी या ससुराल पक्ष से किसी को भी उनके शव के पास न आने दिया जाए। जब तक उसके दोषियों को सज़ा नहीं मिल जाती, उसकी अस्थियों को विसर्जित नहीं किया जाना चाहिए।