ऊर्जा मंत्री तोमर बोले- विकास कार्यों को गति देने के लिए किए जाएं सामूहिक प्रयास

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ग्वालियर: शहर विकास के लिये किए जा रहे कार्यों को और गति प्रदान करने तथा छोटी-छोटी समस्याओं के निराकरण के लिये जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन एवं नगर निगम के अधिकारियों का एक सेल गठित किया जाए। निर्माण कार्यों में कोई भी रुकावट आती है तो यह सेल के माध्यम से त्वरित निराकरण किया जा सके।

यह बात गुरुवार को ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने नगर निगम के बाल भवन में शहर विकास के सम्बंध में आयोजित बैठक में कही। बैठक में संभागीय आयुक्त दीपक सिंह, कलेक्टर कौशलेन्द्र विक्रम सिंह, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अमित सांघी, नगर निगम आयुक्त किशोर कान्याल, सीईओ स्मार्ट सिटी नीतू माथुर, एडीएम एच बी शर्मा सहित विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।

ऊर्जा मंत्री तोमर ने कहा कि स्मार्ट सिटी, नगर निगम और लोक निर्माण विभाग के माध्यम से जिन सड़कों का कार्य किया जा रहा है, उनमें सीवर एवं पानी की लाईनें टूटने के कारण कार्य में गति नहीं मिल पा रही है। इसके लिये नगर निगम सीवर एवं पानी की लाईनों के संधारण का कार्य तेजी से करे। विकास के कार्यों में समन्वय बने इसके लिए जिला कलेक्टर एक सेल का गठन करें। सड़कों के निर्माण के बाद पानी एवं सीवर के लिये सड़कें न खोदी जाएं, यह भी सुनिश्चित किया जाए।

उन्होंने कहा कि किलागेट से किले के ऊपर तक जाने के लिये नई सड़क निर्माण हेतु शासन द्वारा 4 करोड़ रूपए की धनराशि स्वीकृत की गई है। पुरातत्व विभाग सड़क का निर्माण करे अथवा एनओसी प्रदान करे ताकि लोक निर्माण विभाग के माध्यम से कार्य कराया जा सके। इसके साथ ही किलागेट चौराहे के सौंदर्यीकरण का कार्य भी स्मार्ट सिटी के माध्यम से कराया जाए, इसके साथ ही चौराहे पर ही स्मार्ट शौचालय का निर्माण भी किया जाए।

तोमर ने शहर की स्ट्रीट लाईट की समस्या के निराकरण के लिये भी सम्बंधित एजेंसी के विरूद्ध कार्रवाई करने के निर्देश दिए। इसके साथ ही स्ट्रीट लाइटों के संधारण का कार्य तेजी से करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि स्मार्ट सिटी द्वारा जिस एजेंसी के माध्यम से स्ट्रीट लाइट का कार्य कराया जा रहा है वह बहुत ही धीमी गति से हो रहा है। ऐसी एजेंसी के विरूद्ध दण्डात्मक कार्रवाई की जाए। उन्होंने कहा कि चार शहर के नाके के श्मशाम के निर्माण कार्य और झलकारी बाई पार्क के सौंदर्यीकरण का कार्य भी तीव्र गति से किया जाए।

यातायात प्रबंधन के लिये हो कार्रवाई

मंत्री तोमर ने शहर की यातायात व्यवस्था की समीक्षा के दौरान कहा कि किलागेट, चार शहर का नाका और हजीरा चौराहे पर यातायात की समस्या रहती है। इसके निराकरण हेतु पुलिस विभाग कार्रवाई करें। पुलिस अधीक्षक अमित सांघी ने कहा कि तीनों ही स्थानों पर यातायात प्रबंधन के लिये अतिरिक्त बल लगाकर कार्रवाई सुनिश्चित की जायेगी। संभागीय आयुक्त दीपक सिंह ने मंत्री को आश्वस्त किया कि विकास के कार्यों में सभी विभागों का सहयोग रहेगा। जिला प्रशासन और नगर निगम के अधिकारी भी संयुक्त रूप से विकास के कार्यों को गति देने का कार्य करेंगे। कलेक्टर कौशलेन्द्र विक्रम सिंह ने भी कहा कि एडीएम एवं एसडीएम के माध्यम से भी विकास कार्यों की निरंतर मॉनीटरिंग की जायेगी और कोई भी समस्या आयेगी तो उसका तत्परता से निराकरण किया जायेगा।

स्वच्छता को बनाएँ जन आंदोलन

तोमर ने कहा कि शहर में स्वच्छता का कार्य पूरी गति के साथ संचालित किया जाए। स्वच्छता अभियान केवल नगर निगम का नहीं बल्कि जन आंदोलन बने। समाज के सभी वर्गों को इससे जोड़ने का प्रयास किया जाए। इसके साथ ही सभी जनप्रतिनिधि और सभी विभागों के अधिकारी-कर्मचारी भी इस अभियान से जुड़कर शहर को स्वच्छ व सुंदर बनाने में अपना महत्वपूर्ण योगदान दें। उन्होंने कहा कि व्यवसायिक क्षेत्रों में रात्रिकालीन सफाई भी हो। व्यवसाइयों को भी अपनी-अपनी दुकानों के सामने स्वच्छता के लिये डस्टबिन रखने की हिदायत दी जाए।

ऊर्जा मंत्री ने देखा ग्रीन फील्ड प्रोजेक्ट का प्रजेंटेशन

भारत सरकार द्वारा देश के आठ प्रदेशों में ग्रीन फील्ड प्रोजेक्ट के तहत कार्य किया जायेगा। स्मार्ट सिटी की तर्ज पर शहर का चयन कर सम्पूर्ण विकास के कार्य किए जाएंगे। मध्यप्रदेश के तीन शहर देवास, पीथमपुर और ग्वालियर का चयन मध्यप्रदेश सरकार द्वारा किया गया है। इन तीनों शहरो का ग्रीन फील्ड प्रोजेक्ट तैयार किया जा रहा है। ग्वालियर ग्रीन फील्ड प्रोजेक्ट की परियोजना ईवाय कंपनी के माध्यम से तैयार की जा रही है। कंपनी द्वारा तैयार की गई परियोजना का प्रजेण्टेंशन गुरुवार को ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर के समक्ष भी किया गया।

संभागीय आयुक्त ने बताया कि भारत सरकार द्वारा ग्रीन फील्ड प्रोजेक्ट के तहत ग्वालियर में विशेष क्षेत्र विकास प्राधिकरण की 680 हैक्टेयर क्षेत्र में यह परियोजना तैयार की जा रही है। लगभग तीन हजार करोड़ रूपए की इस परियोजना में भारत सरकार की ओर से भी लगभग एक हजार करोड़ रूपए की धनराशि मुहैया कराई जायेगी। उन्होंने बताया कि इस परियोजना की मंजूरी मिलेगी तो ग्वालियर में एक नया ग्वालियर बनेगा। इस परियोजना में अधोसंरचना के साथ-साथ व्यवसायिक एवं अन्य क्षेत्रों का भी विकास होगा।

ऊर्जा मंत्री ने कहा कि ग्रीन फील्ड प्रोजेक्ट के तहत तैयार की जा रही परियोजना से ग्वालियर में विकास के नए द्वार खुलेंगे। साडा क्षेत्र का भी बेहतर विकास हो सकेगा। कंपनी द्वारा प्रजेंटेशन के माध्यम से परियोजना के तहत किए जाने वाले कार्यों के सम्बंध में जानकारी दी गई।

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