Home उत्तर प्रदेश महाकुंभः ऊर्जा मंत्री ने की तैयारियों की समीक्षा, दिए ये खास दिशा-निर्देश

महाकुंभः ऊर्जा मंत्री ने की तैयारियों की समीक्षा, दिए ये खास दिशा-निर्देश

ak-sharma

लखनऊः राज्य के शहरी विकास एवं ऊर्जा मंत्री ए.के. शर्मा ने मंगलवार को जल निगम छात्रावास ‘संगम’, लखनऊ से कमिश्नर प्रयागराज और संबंधित विभागों व एजेंसियों के अधिकारियों के साथ वर्चुअल माध्यम से महाकुंभ 2025 के लिए किये जा रहे कार्यों की समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने सभी संबंधित विभागों एवं कार्यदायी संस्थाओं को आपस में समन्वय बनाकर युद्ध स्तर पर कार्य करने के निर्देश दिये।

उन्होंने कहा कि कोई भी कार्य बेहतर प्रबंधन के साथ व्यवस्थित एवं स्थायी रूप से किया जाना चाहिए। स्थानीय लोगों एवं जन प्रतिनिधियों के सुझावों पर भी ध्यान दें, ताकि आने वाले श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की परेशानी न हो।

जल्द से जल्द हटाया जाएगा अतिक्रमण

नगर विकास मंत्री ने विभिन्न विभागों द्वारा अब तक स्वीकृत लगभग 3738 करोड़ रुपये की लागत से 260 परियोजनाओं की बिंदुवार समीक्षा की। उन्होंने अधिकारियों से कार्यों की प्रगति की लगातार निगरानी करने, पेयजल, शौचालय, बिजली आपूर्ति, पार्किंग आदि बुनियादी सुविधाओं की समुचित व्यवस्था करने, सड़कों और चौराहों से अतिक्रमण हटाने और चौड़ीकरण और सौंदर्यीकरण के कार्यों में तेजी लाने को कहा। इस बार महाकुंभ 13 जनवरी से शुरू होकर 26 फरवरी तक 45 दिनों तक चलेगा। इस दौरान मेले में छह करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है। शाही स्नान में 40 लाख श्रद्धालु आ सकते हैं। 40 लाख कल्पवासी हो सकते हैं।

इस अधिक श्रद्धालु आने की उम्मीद

नगर विकास मंत्री ने कहा कि महाकुंभ की तैयारियों में किसी भी प्रकार की कमी नहीं रहनी चाहिए और यदि स्थानीय निवासियों एवं जन प्रतिनिधियों के साथ समन्वय स्थापित कर उनके सुझाव पर कोई अन्य कार्य करने की आवश्यकता हो तो प्रस्ताव तैयार करें। इसे भी मंजूरी के लिए शासन को भेजा जाए। महाकुंभ मेला अधिकारी विजय किरन आनंद ने महाकुंभ 2025 को लेकर अब तक की गई तैयारियों के संबंध में जानकारी दी।

उन्होंने बताया कि महाकुंभ 2025 में पिछले कुंभ की तुलना में अधिक श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है। इसलिए मेला क्षेत्र 4 हजार हेक्टेयर क्षेत्रफल और 25 सेक्टरों में फैला होगा और करीब 1800 हेक्टेयर में पार्किंग की व्यवस्था की जाएगी। 13 किमी लंबी रिवर फ्रंट रोड का विकास, ग्रीन बेल्ट का विकास, पेयजल, शौचालय, बिजली व्यवस्था और वेंडिंग जोन की व्यवस्था भी की जाएगी।

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उन्होंने कहा कि नगर निगम द्वारा क्रियान्वित की जा रही परियोजनाओं के तहत शत-प्रतिशत कूड़ा निस्तारण के लिए 200 मीटर क्षमता का बायो-सीएनजी प्लांट, 15 मीटर क्षमता का बायो-गैस प्लांट तथा 150 मीटर टन क्षमता का एमआरएफ प्लांट स्थापित किया जा रहा है। मेला क्षेत्र में प्रकाश की व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए मुख्य प्रवेश मार्ग, पार्क, मंदिरों तक जाने वाले मार्ग, बस स्टेशन, रेलवे स्टेशन और हवाई अड्डे से जुड़ने वाली सड़कों पर प्रकाश व्यवस्था की जाएगी।

बैठक में प्रमुख सचिव नगर विकास अमृत अभिजात, सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य रंजन कुमार, विशेष सचिव पीडब्लूडी सहित अन्य विभागों के अधिकारी उपस्थित थे। बैठक में प्रयागराज कमिश्नर व अन्य विभागों के अधिकारी वर्चुअली शामिल हुए।

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