नई दिल्लीः सात दशक ब्रिटेन की महारानी के पद को सुशोभित करने वाली एलिजाबेथ द्वितीय का 96 वर्ष की आयु में गुरुवार को निधन हो गया। उनके निधन के बाद से भारत के राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्म एवं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी समेत कई देशों के राष्ट्राध्यक्षों ने शोक संवेदना व्यक्त कर श्रद्धांजलि दी है। एलिजाबेथ 1952 में अपने पिता जॉर्ज षष्टम की मौत के बाद पहली बार महारानी बनी थीं, तब उनकी उम्र मात्र 25 साल थी। एलिजाबेथ द्वितीय ब्रिटेन में सबसे ज्यादा 70 साल तक शासन करने वाली महारानी रहीं।
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वहीं अब एलिजाबेथ द्वितीय के जाने के बाद उनके बड़े बेटे चार्ल्स ब्रिटेन के राजा बन गए हैं। देश के इतिहास में सबसे लंबे समय 70 साल तक ताज के उत्तराधिकारी रहे 73 वर्षीय प्रिंस चार्ल्स अब ब्रिटिश सिंहासन पर आसीन होंगे। बकिंघम पैलेस द्वारा जारी एक बयान में नए राजा ने साझा किया, “मेरी प्यारी मां, महारानी महारानी की मृत्यु मेरे और मेरे परिवार के सभी सदस्यों के लिए बहुत दुख के पल हैं।” चार्ल्स ने लिखा, “शोक और परिवर्तन की इस अवधि के दौरान मेरे परिवार और मुझे महारानी के इतने व्यापक रूप से मिले सम्मान और गहरे स्नेह से में सांत्वना और समर्थन मिलेगा।”
ब्रिटेन समेत इन 15 देशों की महारानी थी एलिजाबेथ द्वितीय
बता दें कि एलिजाबेथ द्वितीय के शासनकाल में ब्रिटेन के 15 प्रधानमंत्री बने। इस दौरान उन्होंने तीन बार भारत का दौरा किया था। खास बात ये है कि एलिजाबेथ सिर्फ ब्रिटेन ही नहीं बल्कि 15 देशों की महारानी थीं। इनमें ऑस्ट्रेलिया, कनाडा जैसे समृद्ध देश भी शामिल हैं। बता दें कि 21 अप्रैल 1926 में जन्मी एलिजाबेथ द्वितीय इस समय 15 संप्रभु राज्यों की महारानी थीं। हालांकि, वे सीधे तौर पर यूके से जुड़ी थीं, जहां उनका शाही परिवार रहता है। एलिजाबेथ ब्रिटेन के अलावा इन देशों की भी रानी थीं।
1- कनाडा
2- ऑस्ट्रेलिया
3- न्यूजीलैंड
4- जमैका
5- तुवालू
6- सैंट लूसिया
7- सेंट विंसेट एंड ग्रेनेजियन्स
8- एंटीगुआ और बारबुडा
9- बहामास
10- ग्रेनेडा
11- पापुआ न्यू गिनी
12- सोलोमन आइलैंड्स
13– बेलिज
14- सेंट किट्स एंड नेविस
भारत दौरे की यादगार तस्वीरें
करीब सात दशक तक शाही परिवार और ब्रिटेन की रियासत को संभालने वाली महारानी एलिजाबेथ द्वितीय ने अपने जीवन काल में तीन बार भारत का दौरा किया था।महारानी एलिजाबेथ द्वितीय अपने जीवनकाल में पति ड्यूक ऑफ एडिनबर्ग स्वर्गीय प्रिंस फिलिप के साथ 1961, 1983 और 1997 में तीन बार भारत का दौरा किया। महारानी एलिजाबेथ द्वितीय अपने दादा, किंग जॉर्ज पंचम और क्वीन मैरी की 1911 में यात्रा के बाद 50 वर्षों में भारत आने वाली पहली ब्रिटिश सम्राट थीं।
गणतंत्र दिवस परेड में महारानी विशिष्ट अतिथि थीं। उन्हें भारत के पूर्व राष्ट्रपति डॉ राजेंद्र प्रसाद के साथ चलते हुए देखा गया था। महारानी एलिजाबेथ ने साल 1961 में रामलीला मैदान में भारी भीड़ को संबोधित किया था। तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने शाही जोड़े के स्वागत में कार्यक्रम आयोजित किया था। इसके अलावा महारानी और ड्यूक ने जयपुर का दौरा किया, जहां उनका पारंपरिक भारतीय तरीके से स्वागत किया गया। इस दौरान महाराजा सवाई मान सिंह द्वितीय के साथ रानी ने सिटी पैलेस के पास एक हाथी की सवारी की।
शाही जोड़े ने अपने भारत दौरे के दौरान साल 1961 में मुंबई में गेटवे ऑफ इंडिया का दौरा किया। 1961 में ही उन्हें वाराणसी में एक विशेष हाथी की सवारी करते हुए देखा गया था। साल 1983 में महारानी ने नई दिल्ली में तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी से भी मुलाकात की थी। महारानी एलिजाबेथ द्वितीय ने इसी साल नई दिल्ली में मदर टेरेसा से मुलाकात की।
इस दौरान उन्होंने उन्हें ऑर्डर ऑफ मेरिट से सम्मानित किया था। इसके अलावा महारानी एलिजाबेथ द्वितीय का मद्रास में विशाल माला से स्वागत किया गया था। वो विशालकाय माला देख कर हैरान रह गई थीं महारानी एलिजाबेथ द्वितीय और प्रिंस फिलिप साल 1983 और 1997 में भी भारत दौरे पर आए थे।
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