फतेहाबाद: बिजली संशोधन बिल 2022 को संसद में पेश करने के विरोध में फतेहाबाद के बिजली कर्मचारियों ने सोमवार को विरोध प्रदर्शन किया। कार्यकारी अभियंता कार्यालय के समक्ष दिए गए धरने की अध्यक्षता यूनिट प्रधान अमित शर्मा ने की व संचालन यूनिट सचिव रामनिवास शर्मा ने किया। मुख्य वक्ता के तौर पर राजय वित्त सचिव अजय वशिष्ठ व सर्कल सचिव भूप सिंह भड़ोलांवाली ने भाग लिया।
सरकार जो बिजली संशोधन बिल 2022 संसद में पेश करने जा रही है, इसके परिणाम किसान वर्ग के लिए, कर्मचारी वर्ग के साथ-साथ आम जनता के लिए भी घातक सिद्ध होंगे। बिजली क्षेत्र का निजीकरण होने के कारण बिजली आम आदमी की पहुंच से दूर हो जाएगी। उन्होंने कहा कि कोरोना काल के कारण लोगों के रोजगार पर बुरा असर पड़ा है। लोगों के हाथों से रोजगार चले गए। सरकार इस ओर ध्यान न करते हुए सार्वजनिक उपकरणों को बेचने में लगी हुई है। प्रदर्शन को संबोधित करते हुए राज्य वित्त सचिव अजय वशिष्ठ ने कहा कि बिजली संशोधन बिल में बिजली क्षेत्र को सीधे तौर पर पूंजीतियों को दिया जा रहा है।
बिजली क्षेत्र में बिजली संयंत्र लगाने के लिए व बिजली घर लगाने के लिए लोगों ने पंचायती जमीनें दे रखी हैं, जिन पर बने बड़े-बड़े बिजली घरों को सरकार बेचने जा रही है। इसको लेकर देशभर के बिजली कर्मचारी व इंजीनियर आंदोलन कर रहे हैं। इसी कड़ी में 13 अगस्त को बिजली संशोधन बिल 2022 व हरियाणा कौशल रोजगार निगम के विरोध में व अन्य मांगों को लेकर कर्मचारियों द्वारा सिरसा में बिजली मंत्री के आवास का घेराव किया जाएगा। आज के प्रदर्शन को रतिया सब यूनिट से मलकीत सिंह, भट्टू से महेन्द्र सिंह घोड़ेला, यूनिट कैशियर प्रेम चंद व सिटी सब यूनिट प्रधान सुरेश कुमार ने भी संबोधित किया।
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