Election Results 2023 , लखनऊ : मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ के रुझानों में बीजेपी को बहुमत मिलने के बाद यूपी समेत कई बीजेपी दफ्तरों में जश्न मनाया जा रहा है। चार राज्यों के चुनाव (Assembly Elections Results) में भारतीय जनता पार्टी (BJP) की आंधी ने तीन राज्यों में कांग्रेस का सफ़ाया होता दिखाई दे रहा है। रुझानों के बाद अब तस्वीर साफ होने लगी है कि कांग्रेस तेलंगाना के अलावा कहीं और सत्ता में आती नहीं दिख रही है।
उधर रुझानें के बाद लखनऊ में भी जश्न का महौल है। यहां भाजपा के राज्य मुख्यालय में ‘होली’ और ‘दिवाली’ एक साथ मनाई गई। पार्टी कार्यकर्ताओं ने तीन राज्यों में स्पष्ट जीत दिखाई देने पर जश्न मनाया। पार्टी कार्यकर्ताओं ने ढोल-नगाड़ों की थाप पर जमकर डांस किया, वहीं कार्यकर्ताओं का दूसरा समूह पार्टी कार्यालय में लाइटें लटकाकर घूमता रहा। पूरे पार्टी दफ्तर में ‘मोदी है तो मुमकिन है’ के नारे लगे और मंत्रियों-विधायकों के आवास पर लड्डू बांटे गये।
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कांग्रेस कार्यालय में निराशा का माहौल
उधर कांग्रेस कार्यालय में निराशा का माहौल रहा, जहां कार्यकर्ता राज्य के नेताओं की आलोचना करते दिखे। पार्टी के एक पूर्व विधायक ने कहा, ”गहलोत और कमल नाथ से नतीजों पर स्पष्टीकरण मांगा जाना चाहिए। कांग्रेस में असंतुष्ट नेताओं द्वारा चलाए जा रहे एक whatsapp ग्रुप ने हार का ठीकरा प्रियंका गांधी वाड्रा की ‘मंडली’ पर फोड़ा, जिसने टिकट वितरण में अहम भूमिका निभाई थी।
आचार्य प्रमोद कृष्णम के एक बयान ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं को भड़का दिया है। पार्टी की हार पर प्रतिक्रिया देते हुए आचार्य ने कहा, ‘हार सनातन का अभिशाप है।’ कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने पलटवार करते हुए कहा, ये ऐसे नेता हैं जो अपने बेवजह के बयानों से पार्टी को नुकसान पहुंचा रहे हैं।
सपा दफ्तर में भी उदासी
वहीं समाजवादी पार्टी कार्यालय भी सुनसान नजर आया, लेकिन बाहर ‘बाटी-चोखा’ स्टॉल पर कुछ पार्टी कार्यकर्ताओं को हार के लिए पार्टी की रणनीति को जिम्मेदार ठहराते सुना जा सकता है। एक ने कहा, मध्य प्रदेश में सपा-कांग्रेस की लड़ाई से बहुत नुकसान हुआ।
हमारे नेताओं को कुछ पुनर्विचार करना चाहिए, अन्यथा आने वाले महीनों में हमें और अधिक नुकसान होगा, जबकि एक अन्य ने कहा, भारत गुट टूट गया है और 2024 में भाजपा को खुली छूट मिलेगी। इस पर सपा या कांग्रेस की ओर से कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। और उनके प्रवक्ताओं ने अपने मोबाइल फोन बंद कर लिए हैं।
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