कोलकाताः महानगर में अवैध ढंग से लगाए गए वैक्सीनेशन कैंप के मामले में आरोपित फर्जी आईएएस के 10 ठिकानों पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने छापे मारे हैं। यह छापेमारी विदेशों से रुपये मंगवाने और भेजने के लिए मामले की गई है। मुख्य आरोपित देबांजन देब खुद को कोलकाता नगर निगम का आयुक्त बताते थे। उनके खिलाफ धन उगाही का मामला भी दर्ज है।
ईडी का आरोप है कि देबांजन देब ने अवैध रूप से पैसों की लेनदेन की थी। इसके साथ ही देबांजन देब के खिलाफ लोगों के साथ फ्रॉड करने का भी आरोप लगा था। बुधवार को ईडी ने उनके कोलकाता आवास सहित 10 ठिकानों पर छापेमारी की है। आरोपित देबांजन देब के खिलाफ एक कारोबारी से 90 लाख रुपये की ठगी का भी आरोप है। उन्होंने कलकत्ता नगर पालिका के कुछ दस्तावेज दिखाए थे और बाइपास से सटी जगह पर कम्यूनिटी हॉल बनाने का वादा किया था और 90 लाख रुपये जमा किए थे, लेकिन अभी तक सामुदायिक भवन नहीं बन पाया है। इसके खिलाफ शिकायत दर्ज की गई थी।
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दरअसल, तृणमूल सांसद मिमी चक्रवर्ती की शिकायत के बाद हजारों लोगों को निमोनिया का इंजेक्शन लगाने के मामले में फर्जी आईएएस अधिकारी देबांजन देब के कारनामों का खुलासा हुआ था। इस मामले में कोलकाता पुलिस देबांजन देब सहित आठ लोगों के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किया था। इनमें हत्या सहित अन्य आरोप लगाए गए थे।
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