फर्जी आईएएस देवांजन को हिरासत में लेने की तैयारी में ईडी

44

कोलकाताः कोलकाता में पकड़े गए फर्जी आईएएस अधिकारी देवांजन देव को अब केंद्रीय प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) हिरासत में लेने के लिए तैयार है। देवांजन के खिलाफ रेमडेसिविर और ऑक्सीजन की कालाबाजारी करने के आरोप में एफआईआर कराई जाएगी।

केंद्रीय एजेंसी के सूत्रों ने बताया है कि इस मामले में प्राथमिकी दर्ज करने के साथ ही देवांजन को हिरासत में लेने की प्रक्रिया आज से शुरू कर हो सकती है। केंद्र सरकार ने इसके लिए हरी झंडी दे दी है। इसकी पूरी सूचना कोलकाता पुलिस के साथ ही न्यायालय को भी दी जाएगी। बताया गया है कि आरोपित देवांजन ने रेमडेसिविर और ऑक्सीजन की कालाबाजारी करने के आरोप में भी प्राथमिकी दर्ज की जाएगी। जानकारी के अनुसार बैंकशाल कोर्ट में अलग-अलग प्राथमिकी संबंधी रिपोर्ट भी आज ही ईडी देगी। कोलकाता में फर्जी टीकाकरण कैंप को लेकर अलग से प्राथमिकी दायर की जाएगी और कोविड-19 से बचाव संबंधी दवाइयों की कालाबाजारी के मामले में दूसरी प्राथमिकी दर्ज होगी। कोलकाता पुलिस ने देवांजन के आठ बैंक अकाउंट के बारे में पता लगाया है जिसमें करोड़ों का लेनदेन हुआ है। इसलिए धन शोधन के मामले में भी जांच की शुरूआत ईडी करने वाली है।

यह भी पढ़ेंः-बिना सूचना के ड्यूटी से गायब 16 पुलिसकर्मी हुए सस्पेंड, विभागीग जांच के आदेश

उल्लेखनीय है कि जून महीने की 26 तारीख को देवांजन को कोलकाता में गिरफ्तार किया गया था। देवांजन पर आरोप है कि उसने कोलकाता नगर निगम के नाम पर टीकाकरण शिविर लगाया था। इस शिविर में आरोपित ने कोविशील्ड वैक्सीन के स्थान पर निमोनिया के इंजेक्शन लगाए थे। उसके पास से कोविशील्ड के लोगों लगा इंजेक्शन भी बरामद हुए थे। दरअसल, तृणमूल कांग्रेस की सांसद मिमी चक्रवर्ती ने भी यहीं पर वैक्सीन लगवाई थी। उसके बाद ही मामले का खुलासा हुआ था। पकड़े गए फर्जी आईएएस अधिकारी की तस्वीरें तृणमूल कांग्रेस के कई नेताओं मंत्रियों के साथ वायरल हुई हैं जिसकी वजह से भाजपा लगातार हमलावर है।