जयपुर: मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बेटे और राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन (आरसीए) के अध्यक्ष वैभव गहलोत सोमवार सुबह दिल्ली में प्रवर्तन निदेशालय (ED ) के सामने पेश हुए। इस दौरान ईडी ने वैभव गहलोत से करीब 9 तक पूछताछ की। कांग्रेस नेता को पहले 27 अक्टूबर को पेश होना था लेकिन उन्होंने जांच एजेंसी से 30 अक्टूबर तक का समय मांग लिया था।
दस्तावेजों के साथ ईडी के सामने पेश हुए वैभव
पूछताछ के बाद वैभव ने कहा कि उन्होंने कोई विदेशी ट्रांजेक्शन नहीं किया, इसलिए फेमा का मामला ही नहीं बनता। वैभव से ईडी ने करीब 9 घंटे पूछताछ की। वैभव गहलोत को 16 नवंबर को दोबारा पूछताछ के लिए बुलाया गया है। 25 अक्टूबर को ईडी ने विदेशी मुद्रा नियामक अधिनियम (फेमा) के उल्लंघन के मामले में पूछताछ के लिए वैभव गहलोत को समन भेजा था। वैभव ने पेश होने के लिए 30 अक्टूबर तक का समय मांगा था। वकीलों की सलाह लेने के बाद वैभव आज अपनी कंपनियों से जुड़े दस्तावेजों के साथ ईडी के सामने पेश हुए।
वैभव ने कहा-मेरे परिवार का कोई विदेशी लेन-देन नहीं
वैभव ने कहा कि मैंने और मेरे परिवार ने कोई विदेशी लेनदेन नहीं किया, इसलिए फेमा का मुद्दा नहीं उठता। मुझे ईडी ने फेमा मामले में तलब किया था। पूछताछ सिर्फ फेमा से जुड़े मामलों में ही की गई है। मैंने और मेरे परिवार ने कोई विदेशी लेनदेन नहीं किया। फेमा में यह समन ही गलत है। मुझे पूछताछ के लिए उपस्थित होने के लिए केवल डेढ़ दिन का समय दिया गया था। मुझे और समय मिलना चाहिए था। वैभव गहलोत से ईडी की पूछताछ का मुख्य फोकस शेल कंपनियों में पैसा निवेश करना, मॉरीशस रूट के जरिए विदेश पैसा भेजना और मनी लॉन्ड्रिंग पर है।
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गौरतलब है कि ईडी से समन जारी होने के बाद वैभव गहलोत ने कहा था कि इस मामले की जांच बारह साल पहले हो चुकी है। हमने सारे दस्तावेज दे दिये हैं। उस समय कुछ नहीं मिला। अब चुनाव के समय वह मुद्दा फिर से उठाया गया है। ईडी वैभव गहलोत से उनकी कंपनी के लेनदेन, साझेदारी और मॉरीशस लिंक के बारे में पूछताछ कर रही है। समन के साथ ईडी ने दस्तावेजों की एक लिस्ट भी दी थी, जिन्हें साथ ले जाना था।
जानें क्या है पूरा मामला
दरअसल अगस्त महीने में जांच एजेंसी ने वर्धा एंटरप्राइजेज प्राइवेट लिमिटेड ग्रुप और उसके प्रमोटर के दिल्ली, उदयपुर मुंबई के साथ जयपुर स्थित परिसरों पर छापेमारी की थी। जांच में पता चला है कि वैभव गहलोत और रतनकांत शर्मा के बीच कथित तौर पर अफेयर चल रहा है। जांच एजेंसी ने फेमा के तहत वैभव गहलोत को पूछताछ के लिए बुलाया है। आपको बता दें कि रतन कांत शर्मा और वैभव गहलोत एक कार रेंटल कंपनी में पार्टनर हैं। हालांकि, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और कांग्रेस पार्टी ने ईडी के समन को राजनीति से प्रेरित कदम बताया है।
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