इस्लामाबाद: अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) आर्थिक संकट से जूझ रहे पाकिस्तान को बेलआउट पैकेज की पहली किस्त कड़ी शर्तों के साथ जारी करने पर राजी हो गया है। इस बेलआउट पैकेज को लेकर IMF की टीम पिछले 10 दिनों से पाकिस्तान में थी। भुखमरी के कगार पर खड़े पाकिस्तान के लिए यह पैकेज संजीवनी से कम नहीं है।
पाकिस्तान के वित्त मंत्री इशाक डार ने शुक्रवार को कहा कि सरकार 7 अरब डॉलर के ऋण पैकेज में से 1.1 अरब डॉलर जारी करने के लिए IMF के नियमों और शर्तों पर सहमत हो गई है। हालांकि, वित्त मंत्री ने यह भी माना कि दोनों पक्षों के बीच स्टाफ स्तर का समझौता होना अभी बाकी है। इशाक डार गुरुवार रात आईएमएफ टीम के रवाना होने के बाद शुक्रवार को पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान सरकार को सात अरब डॉलर के ऋण कार्यक्रम को पूरा करने के लिए आईएमएफ से नियम और शर्तों पर एक ज्ञापन मिला है।
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान आईएमएफ कार्यक्रम को पूरा करने को लेकर आश्वस्त है। वित्त मंत्री ने कहा कि बातचीत खत्म होने के बाद भी हम कर्मचारी स्तर के समझौते पर पहुंचने के लिए सोमवार को टीम के साथ लगातार संपर्क में रहेंगे। इसके आईएमएफ मिशन प्रमुख नाथन पार्टर ने भी पुष्टि की कि प्रक्रिया को पूरा करने के लिए बातचीत जारी रहेगी। उल्लेखनीय है कि इमरान सरकार के समय 2019 में 6.5 अरब डॉलर के पैकेज पर हस्ताक्षर हुआ था, जिसे पिछले दिसम्बर में बढ़ाकर 7 अरब डॉलर कर दिया गया था।
केंद्रीय बैंक ने गुरुवार को नए आंकड़े जारी कर चेतावनी दी कि उसका विदेशी मुद्रा भंडार एक सप्ताह में 170 मिलियन डॉलर गिर गया है, जो पिछले शुक्रवार की तुलना में केवल 2.9 बिलियन डॉलर था। वहीं, पेट्रोल के दाम ऊंचे स्तर पर पहुंच गए हैं। इसके अलावा खाने-पीने की चीजों में भी भारी इजाफा हुआ है।
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