Nepal Earthquake : मंगलवार सुबह एक बार फिर धरती कांप उठी। नेपाल में आए भूकंप के झटके भारत-चीन और बांग्लादेश में भी महसूस किए गए। झटके महसूस होते ही लोग अपने घरों से निकलकर सुरक्षित स्थान पर पहुंच गए। भूकंप के कारण नेपाल में अब तक 9 लोगों की मौत हो चुकी है। हालांकि भारत में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है।
Nepal Earthquake : नेपाल था भूकंप का केंद्र
यूनाइटेड स्टेट्स जियोलॉजिकल सर्वे के मुताबिक, सुबह नेपाल और भारत के सिक्किम की सीमा के पास चीन के नियंत्रण वाले तिब्बत क्षेत्र में 7.1 तीव्रता का भूकंप आया। भूकंप का केंद्र नेपाल के लोबुचे से करीब 91 किलोमीटर दूर था। भूकंप के झटके भूटान और बांग्लादेश के कुछ हिस्सों में भी महसूस किए गए। इसके अलावा बीती रात दक्षिणी ईरान में भी भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 5.5 मापी गई। भूकंप का केंद्र धरती से 10 किलोमीटर नीचे था। भूकंप के झटकों से लोगों में दहशत फैल गई। हालांकि, किसी तरह के नुकसान की खबर नहीं है।
Nepal Earthquake: तिब्बत में कई बार भूकंप के झटके महसूस किए गए
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, तिब्बत में थोड़े-थोड़े अंतराल पर कई बार भूकंप के झटके महसूस किए गए। समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के मुताबिक, स्थानीय समयानुसार सुबह करीब 7:00 बजे दक्षिण-पश्चिम चीन के शिजांग इलाके में 4.7 तीव्रता का भूकंप आया। इसके बाद भी कई बार झटके महसूस किए गए। भारत के पूर्वोत्तर राज्यों के अलावा पश्चिम बंगाल और बिहार में भी कई जगहों पर भूकंप के झटके महसूस किए गए। जानकारी के मुताबिक, भूकंप से जान-माल के नुकसान के बारे में अभी तक कोई जानकारी सामने नहीं आई है।
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Nepal Earthquake: 2015 में नेपाल में आया था शक्तिशाली भूकंप
गौरतलब है कि अप्रैल 2015 में नेपाल के काठमांडू के उत्तर-पश्चिम में शक्तिशाली भूकंप आया था। भूकंप की तीव्रता 7.8 मापी गई थी। भूकंप के कारण करीब 9 हजार लोगों की मौत हो गई थी और बड़ी संख्या में लोग घायल हुए थे। कहा जाता है कि नेपाल भूगर्भीय रूप से ऐसे क्षेत्र में स्थित है, जहां भारतीय और यूरेशियन टेक्टोनिक प्लेट्स टकराती हैं, जिससे हिमालय बनता है और इस वजह से अक्सर भूकंप आते रहते हैं।