Dussehra 2023: भारत के यह 6 स्थल जहां होता है सबसे भव्य रावण दहन, एक सुर में लगते हैं जय श्री राम के नारे

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Dussehra 2023: दशहरा उत्सव पूरे भारत के विभिन्न शहरों में मनाया जाता है। प्रत्येक की अपनी अनूठी परंपराएं और उत्सव होते हैं। इस दिन लंका के राजा रावण पर भगवान श्रीराम की विजय का जश्न मनाया जाता है। आज हम आपको बताने जा रहे हैं भारत के ऐसे छह राज्य जहां सबसे भव्य रावण दहन किया जाता है।

Ayodhya Dusshera

अयोध्या का दशहरा

अयोध्या भगवान राम का जन्मस्थान है। जितना भव्य दशहरा इस स्थान पर मनाया जाता है इतना भव्य दुनिया में किसी अन्य स्थान पर नहीं मनाया जाता। अयोध्या में यह त्यौहार भव्य और अनोखे तरीके से मनाया जाता है। यहां लोग दशहरा बहुत उत्साह से मनाते हैं। उत्तर प्रदेश का ऐतिहासिक शहर रावण दहन के लिए विशेष रूप से जाना जाता है। भगवान राम की जन्मस्थली अयोध्या अपने भव्य दशहरा समारोह के लिए प्रसिद्ध है। यह शहर अपने रावण दहन (राक्षस राजा रावण का पुतला जलाना) और राम लीला प्रदर्शन के लिए प्रसिद्ध है। इस साल एक विशेष कार्यक्रम में, प्रमुख क्षेत्रीय अभिनेता और राजनेता राम लीला में भाग ले रहे हैं। जिनमें रवि किशन, मनोज तिवारी और निरहुआ जैसे भोजपुरी अभिनेता भी शामिल हैं।

Mumbai

शिवाजी पार्क, मुंबई

मुंबई के दादर में शिवाजी पार्क, dussehra festival 2023 के लिए एक प्रतिष्ठित स्थान है। विशाल मैदान में वर्षों से रावण दहन समारोह बहुत धूमधाम और भव्यता के साथ आयोजित किया जाता रहा है। मुंबई नगर निगम ने ठाकरे समूह को शिवाजी पार्क में दशहरा सभा आयोजित करने की अनुमति दे दी है। शिवसेना की टूट के बाद इस दशहरा में ग्रहण लगने की अटकलें थीं लेकिन ठाकरे गुट की दशहरा सभा 24 अक्टूबर को शिवाजी पार्क में होगी। और हर बार ही तरह ही इस बार भी दशहरा का भव्य आयोजन होगा।

Delhi

राम लीला मैदान दिल्ली

दिल्ली का राम लीला मैदान भारत में सर्वश्रेष्ठ राम लीला प्रदर्शन के आयोजन के लिए काफी प्रसिद्ध है! यह शहर के सबसे पुराने स्थानों में से एक है, जहां राम लीला या Ravana Dahan 2023 इतने भव्य स्तर पर होता है। दशमी की शाम है जब रावण दहन होता है। विशाल आकार के पुतले जलाए जाते हैं और फिर लोग राम की जीत का जश्न मनाते हैं। नाटकों में भाग लेने वाले कलाकार भगवान राम और उनके रिश्तेदारों की पोशाक पहनकर दर्शकों का स्वागत करते हैं। इस कार्यक्रम में हजारों लोग शामिल होते हैं। जब भीड़ एक सुर में जय श्री राम का नारा लगाती है तो रोंगटे खड़े हो जाते हैं।

Dehradun

परेड ग्राउंड, देहरादून

देहरादून का परेड ग्राउंड हर साल एक भव्य रावण दहन समारोह का आयोजन करता है। खबर है कि इस बार विजयदशमी पर देहरादून वासियों को 131 फुट का रावण दहन देखने को मिलेगा। यह अब तक का सबसे ऊंचा रावण होगा। जो अपने आप में एक रिकॉर्ड होगा। इस साल रावण के पुतले में तीन हजार मीटर कपड़े का उपयोग किया गया है। रावण के पुतले के ढांचे को करीब 24 क्विंटल लगभग 520 बांस की मदद से बनाया गया है। इस बार सबसे ऊंचा रावण का पुतला बनने के कारण करीब 25 क्विंटल लोहा लगाया गया है। लंकापति के चेहरे को करीब डेढ़ क्विंटल फाइबर ग्लास से बनाया गया है। खास बात है इस बार पुतले में कागज का इस्तेमाल न के बराबर किया गया है।

Nagpur

कस्तूरचंद पार्क, नागपुर

यह मैदान पिछले 70 वर्षों से नागपुर शहर के सांस्कृतिक कार्यक्रमों में अपनी एक अलग पहचान बना चुका है। नागपुर का कस्तूरचंद पार्क अपने शानदार रावण दहन कार्यक्रम के लिए जाना जाता है। इस साल, उन्होंने 55 फुट का रावण, 55 फुट का कुंभकरण और 45 फुट का मेघनाथ का पुतला जलाने की योजना बनाई है। दो साल के अंतराल के बाद इस आयोजन का नागपुर के लोगों को बेसब्री से इंतजार है।

Varanasi

वाराणसी दशहरा

वाराणसी दुनिया के सबसे पुराने दशहरा उत्सवों में से एक है, जो 475 साल से अधिक पुराना है। शहर का दशहरा न केवल एक सांस्कृतिक कार्यक्रम है, बल्कि संत तुलसीदास द्वारा लिखी गई कविता रामचरितमानस में भी इसका उल्लेख मिलता है। यह ऐतिहासिक उत्सव अवश्य देखने योग्य अनुभव है।

(रिपोर्ट-पवन सिंह चौहान, लखनऊ)

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