Dussehra 2023: बुराई पर अच्छाई की जीत के पर्व विजयादशमी के अवसर पर सुबह गोरखनाथ मंदिर में श्रीनाथ जी (भगवान शिव के अवतार गुरु गोरक्षनाथ) की विशेष पूजा-अर्चना की गयी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरक्षपीठाधीश्वर की विशेष पोशाक पहनकर परंपरा का पालन किया और विधि-विधान से भगवान श्रीनाथ की पूजा-अर्चना की।
इसके बाद मंदिर में स्थापित सभी देवी-देवताओं की विशेष पूजा-अर्चना की गयी। मुख्यमंत्री ने श्रीनाथ जी और सभी देवी-देवताओं की परिक्रमा भी की और प्रदेशवासियों की सुख-समृद्धि के लिए प्रार्थना की। इस दौरान नाथपंथ के पारंपरिक विशेष वाद्ययंत्र नागफनी, शंख, ढोल, घंटे और डमरू की ध्वनि से पूरा मंदिर परिसर भक्तिमय हो गया।
ये भी पढ़ें..“अच्छाई को अपनाने का संदेश”… राष्ट्रपति-प्रधानमंत्री समेत कई नेताओं ने विजयदशमी की दी शुभकामनाएं
शाम को निकाला जाएगा जुलूस
मंदिर के अधिकारियों की मानें तो परंपरा के मुताबिक इस साल भी विजयादशमी का जुलूस धूमधाम से निकाला जाएगा। पीठाधीश्वर गुरु गोरक्षनाथ का आशीर्वाद लेने के बाद अपने वाहन पर सवार होंगे। आज शाम गोरक्षपीठाधीश्वर की बारात गाजे-बाजे, ढोल-नगाड़े और बैंड-बाजे के बीच मानसरोवर मंदिर पहुंचेगी। यहां पहुंचकर गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ गोरक्षपीठ से जुड़े मानसरोवर मंदिर में देवाधिदेव महादेव का दर्शन-पूजन करेंगे।
बता दें कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इन दिनों गोरखपुर दशहरा मना रहे हैं। गोरखनाथ मंदिर में पूजा-अर्चना के बाद उन्होंने देशवासियों को विजयादशमी की शुभकामनाएं दीं। नाथपंथ की परंपरा के अनुसार हर वर्ष विजयदशमी के अवसर पर गोरखनाथ मंदिर में पीठाधीश्वर द्वारा संतों के विवादों का निस्तारण किया जाता है।
(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें)