चुनाव प्रचार के दौरान बवाल, सांसद चटर्जी से अभद्रता के आरोप में धरने पर बैठे भाजपाई

4849

रुद्रपुर: जिले के सुंदरपुर में चुनाव प्रचार के दौरान बवाल हो गया। भाजपा नेताओं ने ठुकराल समर्थकों पर पार्टी कार्यकर्ता के साथ गाली गलौज व मारपीट करने और सांसद लाकेट चटर्जी के साथ अभद्रता का आरोप लगाकर धरना शुरू कर दिया। भाजपाइयों ने हमलावरों की गिरफ्तारी के लिए चौबीस घंटे का अल्टीमेटम दिया है। तनाव के चलते मौके पर भारी फोर्स तैनात कर दिया गया है।

जानकारी के मुताबिक ग्राम सुंदरपुर में रविवार को भाजपा उम्मीदवार शिव अरोरा के समर्थन में भाजपा प्रदेश सह प्रभारी एवं सांसद लाॅकेट चटर्जी की चुनावी सभा प्रस्तावित थी। लाॅकेट चटर्जी जब सुंदरपुर पहुंचीं तभी वहां विधायक ठुकराल के कुछ समर्थकों ने सीटी बजाना शुरू कर दिया। जिसे लेकर नोकझोंक शुरू हो गयी। आरोप है कि ठुकराल समर्थकों ने भाजपा के एक कार्यकर्ता सुब्रत बछाड़ के साथ मारपीट कर दी। इसके बाद मामला तूल पकड़ गया। जानकारी मिलते ही भाजपा उम्मीदवार शिव अरोरा और तमाम समर्थक मौके पर पहुंच गये। उन्होंने विधायक ठुकराल के समर्थकों पर गुण्डागर्दी का आरोप लगाते हुए सुंदरपुर स्थित मंदिर के बाहर धरना शुरू कर दिया। भाजपा नेताओं के साथ सांसद लाॅकेट चटर्जी भी धरने पर बैठ गईं। शिव अरोरा का कहना था कि ठुकराल समर्थकों ने लाॅकेट चटर्जी के सामने हूटिंग की और गाड़ी पर हमला किया और कार्यकर्ता के साथ मारपीट की। उन्होंने हमलावरों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस को चौबीस घंटे का अल्टीमेटम दिया। कुछ ही देर में धरनास्थल पर बड़ी संख्या में भाजपा कार्यकर्ताओं का जमावड़ा लग गया।

सूचना मिलने पर एसपी सिटी ममता बोहरा, सीओ पंतनगर अमित कुमार सहित भारी संख्या में पुलिस बल मौके पर पहुंच गया। पुलिस अधिकारियों ने शिव अरोरा को समझा बुझाकर शांत करने का प्रयास किया लेकिन वह नहीं माने। तनाव बढ़ने पर आसपास के थानों की भी पुलिस बुला ली गयी। इस मामले में सुब्रत बाछाड़ ने तहरीर देकर कहा कि सांसद लाॅकेट चटर्जी जब नुक्कड़ सभा करके वापस लौट रही थीं, तभी राजकुमार ठुकराल और उनके समर्थकों, जिसमें अजीत बागवाला अंकित बठला, पुरुषोत्तम छाबड़ा सहित तीस पैंतीस अन्य लोगों ने उनकी गाड़ी को रोक लिया और गाली गलौज करते हुए अभद्रता की और मारपीट शुरू कर दी।

मारपीट और अभद्रता के आरोप झूठे और सोची समझी साजिश: ठुकराल

इस मामले में विधायक ठुकराल ने कहा कि घटना के समय वह बस्ती में थे, तभी उन्हें पता चला कि कुछ विवाद हो गया है। उन्होंने कहा कि मारपीट और अभद्रता के आरोप झूठे और सोची समझी साजिश हैं। उनके कार्यकर्ता शांतिपूर्वक चुनाव प्रचार कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि विरोधियों को अपनी हार का डर सता रहा है इसीलिए वह बंगाली समाज को भड़काने का प्रकास कर रहे हैं। ठुकराल ने कहा कि विरोधियों का कोई भी षडयंत्र अब उनके काम नहीं आयेगा।