जयपुर में छह चिकित्सा संस्थानों में किया गया कोरोना वैक्सीन का ड्राई ट्रायल

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जयपुरः जयपुर में छह चिकित्सा संस्थानों में कोरोना वैक्सीन के ड्राई ट्रायल का आयोजन किया गया। इस दौरान कोरोना वैक्सीनेशन से सम्बंधित समस्त गतिविधियों का ट्रायल किया गया। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, जयपुर द्वितीय डॉ. हंसराज भदालिया ने बताया कि ड्राई ट्रायल के दौरान जिला स्तरीय अधिकारियों द्वारा रजिस्ट्रेशन कक्ष, टीकाकरण कक्ष, आपातकालीन कक्ष, प्रतिरक्षा कक्ष एवं निगरानी कक्ष समेत समूची व्यवस्थाओं का जायजा लिया और वैक्सीनेशन से पूर्व तैयारियों की समीक्षा की गई।

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ड्राई ट्रायल के दौरान आरयूएचएस (राजस्थान स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय) में प्रभावी मॉनिटरिंग एवं पर्यवेक्षण के लिए जिला स्तर से जिला प्रजनन एवं शिशु स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. पुष्पा चैधरी, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र फागी में एसएमओ डॉ. सुरेंद्र गोयल, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र दूदू में उप मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, परिवार कल्याण डॉ. निर्मल कुमार जैन, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बस्सी में उप मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, स्वास्थ्य डॉ. सुरेंद्र सैनी, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चाकसू में जिला कार्यक्रम प्रबंधक रिचा सारस्वत और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सांभर में डीटीओ, जयपुर द्वितीय डॉ. दिनेश कुमार बंसल ने खंड मुख्य चिकित्सा अधिकारी और प्रभारी चिकित्सा अधिकारी, सुपरवाईजर, वैक्सीनेशन अधिकारी, वैक्सीनेटर और मोबिलाईजर की टीम के साथ कोरोना वैक्सीन का ड्राई ट्रायल कर व्यवस्थाओं की समीक्षा की।

सीएमएचओ डॉ. भदालिया ने बताया कि वैक्सीनेशन के दौरान प्रत्येक सत्र के दौरान तीन कक्षों का प्रबंध किया जाएगा, प्रथम कक्ष में रेजिस्ट्रेशन किया जाएगा, दूसरे कक्ष में चिकित्सा कर्मी द्वारा वैक्सीन लगाई जाएगी, उसके बाद अंतिम निगरानी कक्ष होगा जिसमें वैक्सीन लगाए जाने वाले व्यक्ति को 30 मिनिट तक रखा जाएगा ताकि किसी प्रकार की परेशानी होने पर उसका इलाज व रैफर किया जा सके। उन्होंने बताया कि प्रथम चरण के दौरान फ्रंट लाइन कार्मिक जिसमें सभी चिकित्साकर्मी, महिला बाल विकास विभाग के कार्मिको जैसे आशा सहयोगिनी, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, साथिन आदि को वैक्सीन लगाई जाएगी। दूसरे चरण में अन्य विभाग के अधिकारी, कर्मचारियों का वैक्सीनेशन किया जाएगा। तृतीय चरण में समुदाय में जाकर 50 वर्ष से अधिक उम्र के व्यक्तियों का वैक्सीनेशन किया जाएगा। चतुर्थ चरण में 50 वर्ष से कम उम्र के व्यक्तियों का वैक्सीनेशन किया जाएगा।