मुंबई: एक अज्ञात व्यक्ति ने भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, मुंबई (IIT Bombay) को 160 करोड़ रुपये का दान दिया है। इस दान राशि का उपयोग ग्रीन एनर्जी एंड सस्टेनेबिलिटी रिसर्च हब की स्थापना के लिए किया जाएगा। इससे आधुनिक तकनीकों की मदद से जलवायु चुनौतियों से निपटने में मदद मिलेगी।
आईआईटी बॉम्बे (IIT Bombay) के निदेशक सुभाशीष चौधरी ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि जिस व्यक्ति ने यह दान दिया है, उसने अपनी पहचान सार्वजनिक नहीं की है। गुमनाम दानदाता उसी आईआईटी का पूर्व छात्र है। चौधरी ने बताया कि आईआईटी, बॉम्बे (IIT Bombay) भारत के शीर्ष इंजीनियरिंग कॉलेजों की सूची में तीसरे स्थान पर है। वैश्विक प्रदर्शन के मामले में, इसे QS वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग 2023-24 में 149वां स्थान दिया गया है। कैंपस प्लेसमेंट और फैकल्टी के मामले में आईआईटी मुंबई को टॉप में माना जाता है। इसी वजह से इस संस्थान के पूर्व छात्र समय-समय पर दान देकर संस्थान की मदद करते रहते हैं।
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इंफोसिस के सह-संस्थापक नंदन नीलेकणी भी अब तक दो बार आईआईटी, बॉम्बे (IIT Bombay) को 400 करोड़ रुपये का दान दे चुके हैं। उन्होंने पिछले साल जून महीने में आईआईटी, बॉम्बे को 315 करोड़ रुपये का दान दिया था। इससे पहले उन्होंने आईआईटी, बॉम्बे को 85 करोड़ रुपये का दान दिया था। नंदन नीलेकणी 1973 में इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में डिग्री के लिए आईआईटी बॉम्बे में शामिल हुए। आज शीर्ष पद पर पहुंचने के बाद भी नंदन नीलेकणि कहते हैं कि आईआईटी नामक संस्थान उनके जीवन का आधार है। इसी वजह से वह आईआईटी, बॉम्बे को हर तरह की मदद देने को तैयार हैं।
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