IGRS की समीक्षा में शिकायतों का निस्तारण असंतोषजनक मिलने पर डीएम ने जताई नाराजगी

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झांसी: जिलाधिकारी रविंद्र कुमार ने आईजीआरएस, ऑनलाइन शिकायतों व हेल्पलाइन- 1076 माध्यमों से प्राप्त शिकायतों के संबंध में विकास भवन सभागार में बैठक की। जिलाधिकारी ने कहा कि मुख्यमंत्री एवं अन्य उच्चाधिकारियों द्वारा समय-समय पर आईजीआरएस पोर्टल पर प्राप्त संदर्भों के निस्तारण एवं गुणवत्ता की स्थिति की समीक्षा की जा रही है। उन्होंने शिकायतों के त्वरित व गुणवत्तापूर्ण निस्तारण के लिए सभी विभागाध्यक्षों को रिपीटेड/डिफॉल्टर/सी श्रेणी के शिकायतकर्ताओं से टेलीफोन से बात कर या स्थलीय सत्यापन करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि जन सामान्य की समस्याओं का गुणवत्तापरक निस्तारण करना शासन की प्राथमिकता है। इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही क्षम्य नहीं होगी। उन्होंने कहा कि असंतोषजनकध्सी श्रेणीकृत की शिकायतों की विभागीय अधिकारी स्वयं समीक्षा करें और शिकायतों का भलीभांति प्रकार से परीक्षण करते हुए गुणवत्ता पर निस्तारण करना सुनिश्चित करें, अन्यथा सख्त कार्रवाई की जाएगी।

जिलाधिकारी रविंद्र कुमार ने आईजीआरएस पोर्टल की समीक्षा करते हुए निस्तारित शिकायतों का फीडबैक असंतोषजनक प्राप्त होने पर सख्त नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने शासन स्तर पर समाज कल्याण विभाग की 168 शिकायतों का शासन स्तर पर फीडबैक लिया गया जिसमें 110 शिकायतों का निस्तारण संतोषजनक पाया, इसी क्रम में उपनिदेशक कृषि 149 शिकायतों का फीडबैक लेने पर 134 शिकायतों का फीडबैक नेगेटिव प्राप्त हुआ, बेसिक शिक्षा विभाग के 3 शिकायतों का फीडबैक लिया गया, सभी शिकायतों का निस्तारण असंतोषजनक पाया गया। इसके अतिरिक्त टहरौली तहसील के 14 प्रकरणों का फीडबैक लिया गया सभी असंतोषजनक पाए गए, इसके साथ ही खंड शिक्षा अधिकारी नगर के 05 प्रकरणों का फीडबैक शासन स्तर पर लिया गया जिसमें 04 प्रकरणों का निस्तारण असंतोषजनक पाया गया। उन्होंने कहा कि यह स्थिति क्षम्य नहीं की जाएगी। अतः अधिकारी गुणवत्ता परक निस्तारण करना सुनिश्चित करें।

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जिलाधिकारी ने समस्त विभागों के अधिकारियों को निर्देश दिये कि वे भी बार-बार प्राप्त हो रहीं शिकायतों के संबंध में सम्बन्धित अधीनस्थ अधिकारीवार समीक्षा करें एवं अधीनस्थ अधिकारी को नोटिस जारी कर सात दिन के अंदर जबाव मांगें। शिकायतों का सही निस्तारण न होने पर अधीनस्थ अधिकारियों की जिम्मेवारी सुनिश्चित कर उनके विरूद्ध कार्रवाई सुनिश्चित करें। बैठक में उन्होंने अधिकारियों से सबसे अधिक गांव/क्षेत्रों से आ रहीं शिकायतों के संबंध में जानकारी प्राप्त की और कुछ विभागों द्वारा क्षेत्र भ्रमण न करने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि क्षेत्र का भ्रमण करते हुए शिकायतों का सही ढंग से निस्तारण करना सुनिश्चित करें।

सूची तैयार कर तय करें जिम्मेदारी-

आईजीआरएस पोर्टल पर बार-बार प्राप्त हो रहीं शिकायतों/असंतोषजनक फीडबैक/सी श्रेणीकृत शिकायतों के संबंध में टॉप-5 की सूची तैयार करने व सम्बंधित अधिकारी की जिम्मेदारी सुनिश्चित करने के निर्देश दिये। उन्होंने जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी, जल निगम, जिला पिछड़ा कल्याण अधिकारी, जिला पंचायत राज अधिकारी को निर्देश दिए कि सभी विभाग भ्रमण करते हुए शिकायतों का निस्तारण करें एवं भ्रमण की जानकारी पोर्टल पर भी अपलोड करना सुनिश्चित करें।

पोर्टल पर 1068 शिकायतें लम्बित –

बैठक में अपर जिलाधिकारी नमामि गंगे संजय पांडेय द्वारा अवगत कराया गया कि माह अगस्त में सभी विभागों द्वारा शिकायतों के निस्तारण मैं रुचि ली गई, जिस कारण शिकायतों के निस्तारण की स्थिति बेहतर है। इसके अतिरिक्त डिफॉल्टर की भी संख्या बेहद कम है। उन्होंने समस्त अधिकारियों को इसी रुचि के साथ कार्य करने का सुझाव दिया। उन्होंने आइजीआरएस पोर्टल की समीक्षा के दौरान डीएम पोर्टल पर प्राप्त शिकायतों के निस्तारण की जानकारी देते हुए बताया कि अब तक 63264 कुल शिकायतें विभिन्न स्तर पर प्राप्त हुईं तथा 62161 शिकायतों का निस्तारण कर दिया गया है। इसके अतिरिक्त 1068 शिकायतें अभी विभिन्न विभागों में लम्बित हैं तथा 11 शिकायतें विभिन्न विभागों में डिफॉल्टर की श्रेणी में है, उन्होंने सभी शिकायतों का समय से निस्तारण करने के निर्देश दिए।

इस अवसर पर ज्वाइंट मजिस्ट्रेट निधि बंसल, एडीएम नमामि गंगे संजय पांडेय, एडीएम वित्त एवं राजस्व श्रीराम अक्षयवर चैहान, एडीएम न्याय एके सिंह, एडीएम श्यामलता आनंद, पुलिस अधीक्षक ग्रामीण नैपाल सिंह, डीएफओएमपी गौतम, सहित समस्त उप जिला अधिकारी, तहसीलदार, नायब तहसीलदार और विभिन्न विभागों के विभागाध्यक्ष उपस्थित रहे।

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