शिवलिंगनुमा आकृति की कार्बन डेटिंग मामले में कोर्ट के फैसले को लेकर जिला प्रशासन सतर्क

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gyanvapi

वाराणसीः ज्ञानवापी मस्जिद में सर्वे के दौरान मिले शिवलिंगनुमा आकृति की कार्बन डेटिंग मामले में शुक्रवार को जिला जज डाॅ अजय कृष्ण विश्वेश की अदालत के संभावित फैसले को लेकर जिला प्रशासन सतर्क है। न्यायालय परिसर के साथ नगर के संवेदनशील इलाकों में पुलिस ने सुरक्षा का घेरा बढ़ा दिया है। जुमे की नमाज को लेकर अतिरिक्त चैकसी भी अफसर बरत रहे हैं। ज्ञानवापी मस्जिद में मिले कथित शिवलिंग की कार्बन डेटिंग मामले में न्यायालय में सुनवाई पूरी हो गई है।

प्रतिवादी पक्ष की आपत्ति दाखिल करने के लिए समय देने और वादी पक्ष को सुनने के बाद माना जा रहा है कि न्यायालय इस मामले में फैसला सुना सकती है। दिल्ली की राखी सिंह और वाराणसी की चार महिलाओं की ओर से जिला जज डाॅ अजय कृष्ण विश्वेश की अदालत में मां श्रृंगार गौरी के नियमित दर्शन-पूजन समेत अन्य मांगों को लेकर दाखिल मुकदमे में सुनवाई पुरी हो चुकी है। इसमें ज्ञानवापी परिसर में मिले शिवलिंग के आयु निर्धारण के लिए की जा रही कार्बन डेटिंग या पुरातत्वविदों की टीम द्वारा इसकी व आसपास के स्थान की जांच की मांग पर फैसला आ सकता है। शिवलिंग की कार्बन डेटिंग कराने की मांग जहां हिंदू पक्ष ने की है।

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वहीं, कार्बन डेटिंग का मुस्लिम पक्ष विरोध कर रहा है। प्रतिवादी पक्ष अंजुमन इंतजामिया मसाजिद कमेटी को अदालत ने अपडेट करते हुए अपनी आपत्ति दाखिल करने का समय तय कर दिया था। इस मामले में सुनवाई के दौरान मुस्लिम पक्ष की ओर से अदालत में अपना पक्ष रखा जा चुका है। माना जा रहा है कि अदालत में अगर किसी पक्ष की ओर से कोई नई आपत्ति नहीं आती है तो अदालत इस मामले में फैसला सुना सकता है। इसके पहले सुनवाई के दौरान अंजुमन इंतजामिया ने अपना पक्ष रखा। फिर वादिनी संख्या 2 से 5 तक के अधिवक्ता विष्णुशंकर जैन ने प्रति उत्तर में हिंदू पक्ष की दलीलें पेश की। जबकि वादिनी संख्या एक के अधिवक्ता मान बहादुर सिंह ने कोई भी दलील देने से इनकार कर दिया, तब अदालत ने आदेश के लिए 14 अक्टूबर की तिथि नियत कर दी।

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