भोपाल: बंगाल की खाड़ी से उठे सिस्टम के कारण मध्य प्रदेश में भारी बारिश हो रही है. छोटी-बड़ी नदियां और नाले उफान पर हैं. बरगी, तवा, ओंकारेश्वर, सतपुड़ा, माचागोरा, पारसडोह बांध के गेट खोलने पड़े। बैतूल के भीमपुर में पिछले 24 घंटे में 17.51 इंच बारिश हुई। वहीं इंदौर में 6 इंच बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। मौसम विभाग ने राज्य के 8 जिलों में भारी बारिश की चेतावनी दी है। वहीं भारी बारिश को देखते हुए इंदौर, उज्जैन, बैतूल, नर्मदापुरम, खंडवा और हरदा में 12वीं तक के सभी सरकारी और निजी स्कूलों में छुट्टी घोषित कर दी गई है।
शुक्रवार को प्रदेश के 21 जिलों में बारिश हुई. बैतूल के भीमपुर में रिकॉर्ड बारिश हुई. यहां 24 घंटे में 17.51 इंच पानी गिरा। छिंदवाड़ा के चौरई में 16.14 इंच बारिश हुई। नर्मदापुरम जिले के पचमढ़ी में 9 घंटे में 5.7 इंच बारिश हुई। नर्मदापुरम शहर में 3.4 इंच बारिश हुई। बैतूल में 3.5 इंच, सिवनी में 2.5 इंच, भोपाल जिले में 1.8 इंच, भोपाल शहर में 1 इंच, नरसिंहपुर में 1.5 इंच, रायसेन-सागर में 1.1 इंच बारिश हुई। सीधी, सतना, रीवा, खजुराहो, मंडला, धार, गुना, खंडवा, उज्जैन और दमोह में भी बारिश हुई। लगातार बारिश के कारण शुक्रवार को जबलपुर में बरगी बांध के 13 गेट खोलने पड़े। नर्मदा किनारे स्थित जिलों में अलर्ट जारी कर दिया गया है। नर्मदापुरम में इस सीजन में पहली बार तवा बांध के सभी 13 गेट 20-20 फीट तक खोल दिए गए हैं।
ग्रामीण इलाकों में 24 से ज्यादा कच्चे मकान ढहे
सिवनी में वैनगंगा नदी के उफान के कारण संजय सरोवर बांध के 5 गेट खोले गए। छिंदवाड़ा में नदी पार करते समय दो लोग बह गये जिसमें एक लापता है, वहीं दूसरे को बचा लिया गया। बालाघाट के परसवाड़ा के सालंगटोला में सड़क धंस गई। महाकारी नदी उफना गई। बालाघाट के ग्रामीण इलाकों में 24 से ज्यादा कच्चे मकान ढह गए हैं. बैतूल स्थित सतपुड़ा बांध के 14 गेट और पारसडोह बांध के 3 गेट खोले गए। नरसिंहपुर में शक्कर नदी के पुल के ऊपर से पानी बह गया। बैतूल के बोरदेही थाना क्षेत्र में नदी पार करते समय एक ऑटो पानी के तेज बहाव में बह गया. खंडवा में ओंकारेश्वर बांध के 22 गेट शुक्रवार रात 1 बजे से खोल दिए गए हैं. 8 टरबाइनों व गेटों से 10172 क्यूमेक्स पानी छोड़ा जा रहा है। नर्मदा का जलस्तर बढ़ने से इंदौर-इच्छापुर हाईवे पर मोरटक्का ब्रिज को बंद कर यातायात रोक दिया गया है।
हरदा में अजनाल, गंजाल, मटकुल, टिमरन, सयानी, हंसावती उफान पर हैं। शहर के बंगाली कॉलोनी, जतरा पड़ाव और खेड़ीपुरा क्षेत्र में पानी भर गया। जिले में गंजाल नदी का पानी पुल के ऊपर से बहने के कारण नर्मदापुरम-हरदा-खंडवा स्टेट हाईवे पिछले 12 घंटे से बंद है. उज्जैन में शिप्रा उफान पर है. रामघाट के कई मंदिर डूब गए हैं. छोटे पुल के ऊपर से पानी बह रहा है. आज सुबह नर्मदापुरम के सेठानी घाट पर नर्मदा का जलस्तर 963 फीट तक पहुंच गया है. अलार्म लेवल से डेढ़ फीट नीचे और खतरे के निशान से 5 फीट नीचे। भोपाल मौसम विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. वेदप्रकाश सिंह ने बताया कि अब तक प्रदेश में औसत बारिश 31.72 इंच हो चुकी है। सितंबर में सामान्य बारिश 6 इंच है, जबकि पिछले 15 दिनों में ही प्रदेश इस आंकड़े के करीब पहुंच गया है। 15 सितंबर तक 5.6 इंच बारिश हो चुकी है। शनिवार को सामान्य बारिश का आंकड़ा पार हो जाएगा। डॉ. सिंह ने बताया कि निम्न दबाव का क्षेत्र उत्तरी बंगाल की खाड़ी और निकटवर्ती ओडिशा तट के आसपास सक्रिय है. यहां चक्रवाती परिसंचरण तंत्र भी बना हुआ है. मानसून ट्रफ लाइन भी गुजर रही है। इनके कारण राज्य में भारी बारिश हो रही है. बारिश की गतिविधियां 25 सितंबर तक रह सकती हैं।
इन जिलों में अलर्ट
मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों के लिए इंदौर, देवास, झाबुआ, धार, अलीराजपुर, बड़वानी, बुरहानपुर और खरगोन के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। यहां 24 घंटे में 8 इंच से ज्यादा बारिश हो सकती है। वहीं, छिंदवाड़ा, बैतूल, खंडवा, हरदा, नर्मदापुरम, सीहोर, उज्जैन और रतलाम में 24 घंटे में भारी यानी साढ़े 4 से 8 इंच तक बारिश हो सकती है। भोपाल, मुरैना, श्योपुर कलां, नीमच, मंदसौर, आगर-मालवा, शाजापुर, राजगढ़, रायसेन, विदिशा, नरसिंहपुर, सिवनी, बालाघाट, भिंड में मध्यम से भारी बारिश हो सकती है। जबकि निवाड़ी, टीकमगढ़, छतरपुर, दमोह, सागर, पन्ना, सतना, रीवा, सीधी, सिंगरौली, उमरिया, अनुपपुर, शहडोल, डिंडोरी, मंडला, जबलपुर, कटनी, शिवपुरी, ग्वालियर, दतिया में हल्की बारिश की संभावना है।
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