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डीजीपी देवेन्द्र सिंह चौहान ने नववर्ष के अवसर पर समस्त पुलिस कर्मियों को दिया सन्देश

लखनऊ। प्रदेश के पुलिस महानिदेशक देवेन्द्र सिंह चौहान ने नये साल के पहले दिन प्रदेश के सभी पुलिसकर्मियों को अपना संदेश दिया। अपने इस संदेश में पुलिस महानिदेशक ने बीते वर्ष 2022 में पुलिस महकमे को और ज्यादा आधुनिक तकनीकी और गुणवत्तापरक के साथ ही जनभावनाओं व जन अपेक्षाओं के भी अनुरूप बनाने के लिए सूबे के मुख्यमंत्री का साधुवाद किया। पुलिस महानिदेशक ने कहा कि मुख्यमंत्री की इस दूरदर्शी परिकल्पना के दृष्टिगत 03 जनपदों प्रयागराज, आगरा व गाजियाबाद में पुलिस कमिश्नरी प्रणाली लागू की गयी है। इस तरह वर्तमान में प्रदेश में कुल 07 पुलिस कमिश्नरी क्रियाशील है।

अपराध के खिलाफ सीएम की जीरो टॉलरेंस नीति का बखान

पुलिस महानिदेशक ने आगे कहा कि मुख्यमंत्री की प्रेरणा उनके अमूल्य निर्देशन एवं अपराध के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति के तहत माफियाओं व आपराधिक तत्वों के विरूद्ध उत्तर प्रदेश पुलिस ने प्रभावी कार्रवाई की है, जिसके फलस्वरूप अपराध दर में अत्यधिक कमी आयी है। डीजीपी ने इसके आगे कहा कि न्यायालय में प्रभावी पैरवी के फलस्वरूप अभियुक्तों को सजा दिलवाने के ग्राफ में भी उल्लेखनीय बढ़ोत्तरी हुयी है।

बीते वर्ष महकमे को मिला अपना चिन्ह

उत्तर प्रदेश पुलिस को एकरूपता प्रदान करने के उद्देश्य से महत्वपूर्ण निर्णय लेते हुये पुलिस के प्रत्येक रैंक के पुलिस कार्मिकों को वर्दी पर धारण करने हेतु प्रतीक चिन्ह प्रदान किया गया।

तीन महिला पीएसी बटालियन बनी तथा पांच की अनुमति

महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक और कदम आगे बढ़ाते हुये पूर्व से प्रादेशिक आर्ल्ड कान्स्टेबुलरी (पीएसी) की 03 महिला बटालियन लखनऊ, गोरखपुर, बदायूं की स्थापना के अतिरिक्त 03 और महिला बटालियन बलरामपुर, जालौन व मीरजापुर की स्थापना के लिये उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा सहमति प्रदान की गयी है, साथ ही 02 अन्य पीएसी बटालियन शामली व बिजनौर की स्थापना की भी सहमति प्राप्त हुयी है।

एण्टी नारकोटिक्स टॉस्क फोर्स का गठन

प्रदेश के महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों की अभेद्य सुरक्षा प्रबंध हेतु उत्तर प्रदेश विशेष सुरक्षा बल (यूपीएसएसएफ) आपदाओं में राहत पहुंचाने हेतु राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) तथा मादक पदार्थों के अवैध व्यापार की रोकथाम हेतु एण्टी नारकोटिक्स टॉस्क फोर्स (एएनटीएफ) का गठन कर जनपद गाजीपुर एवं बाराबंकी में दो एण्टी नारकोटिक्स थाना तथा मेरठ लखनऊ व गोरखपुर जोन में तीन क्षेत्रीय शाखाओं की स्थापना की गयी है।

भ्रष्टाचार निवारण संगठन की आठ नई इकाईयां सृजित

भ्रष्टाचार निवारण संगठन (एसीओ) की पूर्व से संचालित 11 इकाईयों के अतिरिक्त 08 नयी इकाईयां आजमगढ़, बस्ती, चित्रकूट (बांदा), देवीपाटन गोण्डा, मीरजापुर, सहारनपुर, अलीगढ़ व प्रयागराज में परिक्षेत्रीय स्तर पर सृजित की गयी है। इसके अलावा 2022 में अन्य उपलब्धियां पुलिस की विभिन्न सेवाएं यथा- वीमेन पावर लाइन 1090, जीआरपी, फायर सर्विस, महिला हेल्पलाइन 181, एम्बुलेंस 108 व उ0प्र0 राज्य परिवहन हेल्पलाइन का एकीकरण किया गया है।

साइबर क्राइम थानों की स्थापना

साइबर अपराध की रोकथाम हेतु साइबर क्राइम इन्फास्ट्रक्चर को और सुदृढ़ करते हुये परिक्षेत्रीय मुख्यालयों में साइबर क्राइम थानों की स्थापना की गयी है एवं जनपदीय मुख्यालयों पर साइबर क्राइम थानों की स्थापना की कार्यवाही प्रचलित है। सोशल मीडिया के माध्यम से फर्जी व भ्रामक खबरें फैलाने वालों के विरूद्ध सख्ती से कार्रवाई की गयी है। जनशिकायतों का समाधान एवं निरन्तर संवाद द्वारा उत्तर प्रदेश पुलिस की सोशल मीडिया ने जनता का विश्वास अर्जित किया है।

राज्य में 41 नये थानों की स्थापना

कानून व्यवस्था को और अधिक सुदृढ़ बनाये रखने हेतु वर्ष 2022 में शासन द्वारा 50 नये थानों की स्थापना का लक्ष्य प्रस्तावित था, जिसके क्रम में अब तक विभिन्न कमिश्नरेट व जनपदों में 41 नये थानों की स्थापना की जा चुकी है, शेष अन्य थानों की स्थापना की कार्यवाही प्रचलित है साथ ही विभिन्न कमिश्नरेट व जनपदों में 35 नयी पुलिस चौकियां भी स्थापित की गयी है।

रिपोर्ट-पवन सिंह चौहान

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