नई दिल्ली: ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (डीजीसीआई) की विषय विशेषज्ञ समिति (एसईसी) ने बुधवार को भारत बायोटेक को अपने इंट्रानैसल कोविड वैक्सीन के लिए “चरण 3 श्रेष्ठता अध्ययन और चरण 3 बूस्टर खुराक अध्ययन” परीक्षण करने के लिए ‘सैद्धांतिक रूप से’ मंजूरी दे दी। वैक्सीन निर्माता ने पिछले हफ्ते इसकी मंजूरी मांगी थी।
एसईसी ने कंपनी से बूस्टर स्टडी के लिए प्रोटोकॉल जमा करने को कहा है। मंगलवार को समिति ने एक बूस्टर के रूप में अपने इंट्रानैसल कोविड वैक्सीन के क्लिनिकल परीक्षण के लिए वैक्सीन निर्माता भारत बायोटेक के आवेदन पर चर्चा करने के लिए एक बैठक की।
हैदराबाद स्थित निर्माता ने उन लोगों के लिए बूस्टर खुराक का प्रस्ताव दिया था जिन्हें पहले से ही कोविशील्ड और कोवैक्सिन के टीके लगाए जा चुके हैं। एक सूत्र के अनुसार, भारत बायोटेक का लक्ष्य 5,000 स्वस्थ विषयों पर क्लिनिकल परीक्षण करना है, आधे या 2,500 व्यक्ति जिन्हें कोविशील्ड प्राप्त हुआ है और अन्य 2,500 जिन्हें कोवैक्सिन दिया गया है।
यह भी पढ़ेंः-ICC Test Rankings: बुमराह की दोबारा टॉप-10 में वापसी, शमी ने भी लगाई छलांग
दूसरी और इंट्रानैसल बूस्टर खुराक के बीच लगभग छह महीने का अंतर होगा। सूत्र ने कहा कि क्लिनिकल ट्रायल के बाद मार्च तक भारत में नेजल बूस्टर वैक्सीन लॉन्च होने की संभावना है। 25 दिसंबर को राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आश्वासन दिया था कि जल्द ही देश नेजल वैक्सीन विकसित करेगा।
(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें…)