अब सीधे महाकाल के गर्भगृह में पहुंच सकेंगे भक्त, यह नई व्यवस्था मई से होगी लागू

40

भोपाल : मध्य प्रदेश के उज्जैन में बाबा महाकाल के दर्शन करने देश-दुनिया से आने वाले श्रद्धालु अब अपने इष्ट को बेहद करीब से देख सकेंगे। इसके लिए मंदिर प्रशासन व्यवस्था बनाने में जुटा है।

दरअसल, भक्तों की इच्छा बाबा महाकाल को करीब से देखने की होती है। इसके साथ ही श्रद्धालु उन्हें जल, दूध चढ़ाने और स्पर्श करने की इच्छा से दरबार पहुंचते हैं। अभी तक भस्मारती को छोड़कर श्रद्धालुओं को सीधे गर्भगृह पहुंचने का अवसर नहीं मिलता था, लेकिन अगले माह से श्रद्धालु सीधे गर्भगृह पहुंचकर गर्भगृह में दर्शन कर सकेंगे। उन्हें जल भी चढ़ा सकेंगे।

महाकालेश्वर मंदिर के व्यवस्थापक संदीप कुमार सोनी का कहना है कि अभी इससे जुड़े तकनीकी पक्ष पर काम किया जा रहा है। हम उम्मीद कर रहे हैं कि इस महीने के अंत तक हमारा सॉफ्टवेयर तैयार हो जाएगा और उसके बाद छह स्लॉट में सुबह 6:00 बजे से दोपहर 12:30 बजे तक श्रद्धालुओं को गर्भगृह के सीधे दर्शन होने लगेंगे। उन्होंने बताया कि ऑनलाइन बुकिंग के माध्यम से प्रत्येक स्लॉट में 50 श्रद्धालुओं को गर्भगृह में प्रवेश की अनुमति देने की व्यवस्था की जा रही है। यदि ऑनलाइन बुकिंग पहले से कराई जाती है तो उसकी रसीद दिखाकर तत्काल गर्भगृह में प्रवेश दिया जाएगा। महाकाल के दर्शन की फीस 750 से 1500 रखी जा सकती है।

यह भी पढ़ें-Femina Miss India 2023: 19 साल की नंदिनी गुप्ता ने जीता ‘मिस इंडिया-2023’ का खिताब

वर्तमान में श्रद्धालु महाकाल परिसर स्थित प्रोटोकाल कार्यालय में बने काउंटर पर पहुंचकर प्रतिदिन स्वयं टिकट लेकर गर्भगृह में प्रवेश करते हैं। पहले दिन गर्भगृह में प्रवेश नहीं मिलने की स्थिति में कई लोग दूसरे दिन रुक कर दर्शन करते हैं। अब रोजाना करीब डेढ़ हजार श्रद्धालु दर्शन कर पा रहे हैं। अब मई से ऑनलाइन व्यवस्था लागू होने के बाद कहीं से भी बुकिंग कराकर सीधे उज्जैन आकर भगवान महाकाल के गर्भगृह में प्रवेश करेंगे। उन्हें किसी लाइन में खड़े होने की जरूरत नहीं होगी।

(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें)