CRPF के अथक प्रयास के बावजूद आईईडी से घायल मासूम की नहीं बची जान

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बीजापुर: शनिवार को नक्सलियों द्वारा लगाए गए प्रेशर आईईडी की चपेट में आने से 10 वर्षीय मासूम हिड़मा कवासी गंभीर रूप से घायल हो गया। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार दोपहर करीब 2:30 बजे पटेलपारा मुटवेंडी निवासी हिड़मा कवासी बकरियां चराने जंगल गया था। तभी पिड़िया मुरूमपारा के पास नक्सलियों द्वारा लगाए गए प्रेशर आईईडी की चपेट में आकर वह गंभीर रूप से घायल हो गया।

क्या है पूरा मामला

सूचना मिलते ही 2 किमी दूरी पर मुटवेंडी कैंप से सुरक्षा बल के जवान मौके पर पहुंचे और प्राथमिक उपचार के बाद घायल बच्चे को नाले के दूसरी ओर ले जाया गया, जहां उसे एंबुलेंस के जरिए जिला अस्पताल बीजापुर भेजा गया। लेकिन रविवार की अहले सुबह हिड़मा कवासी की इलाज के दौरान मौत हो गई। मिली जानकारी के अनुसार सुरक्षा बलों के मुटवेंडी कैंप से 2 किमी दूरी पर प्रेशर आईईडी की चपेट में आने से हिड़मा कवासी पिता बामन कवासी गंभीर रूप से घायल हो गया था और उसके काफी खून बह गया था। उसे बेहतर उपचार के लिए एंबुलेंस से बीजापुर जिला अस्पताल भेजा जा रहा था, लेकिन चेरपाल नाले के पुल पर करीब 3 फीट पानी तेज बहाव में बह रहा था, जिससे एंबुलेंस का गुजरना मुश्किल हो रहा था।

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इस घटना की सूचना मिलते ही कमांडेंट विजयेंद्र सिंह और द्वितीय कमान अधिकारी सुबोध कुमार ने त्वरित कार्रवाई करते हुए क्यूएटी और एफ/222 के जवानों के साथ पानी के तेज बहाव में मानव श्रृंखला बनाकर घायल बच्चे को नाले के दूसरी ओर पहुंचाया, जहां उसे सुरक्षित एंबुलेंस में बैठाकर बीजापुर जिला अस्पताल भेजा गया। लेकिन अफसोस की बात है कि इलाज के दौरान हिड़मा कवासी की मौत हो गई। बीजापुर के पुलिस अधीक्षक डॉ. जितेंद्र यादव ने बताया कि घटना की सूचना मिलते ही सीआरपीएफ के जवानों ने प्राथमिक उपचार किया और फिर बच्चे को बेहतर इलाज के लिए जिला अस्पताल लाया गया, लेकिन मासूम बच्चे को बचाया नहीं जा सका और इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।

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