नई दिल्ली: दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने बुधवार को दावा किया कि उपराज्यपाल वी.के. सक्सेना ‘अपने बिग बॉस को खुश करने के लिए कबीले के सरदार’ की तरह काम कर रहे हैं। सिसोदिया ने दिल्ली विधानसभा के शीतकालीन सत्र को संबोधित करते हुए कहा, बाबा साहब (बीआर अंबेडकर) ने संविधान की सूची 2 में पांचवीं प्रविष्टि में नगरपालिका शासन का उल्लेख किया था। स्थानीय शासन हस्तांतरण विषय है। लेकिन एलजी न तो लोकतंत्र का पालन कर रहे हैं, न ही संविधान का।
एलजी का जिक्र करते हुए सिसोदिया ने कहा, वह कबीले के मुखिया की तरह काम कर रहे हैं, जिसे बताया गया है कि इस जनजाति के लोगों पर अत्याचार करना आपका काम है। हमने फिल्मों में देखा है कि कबीले का मुखिया अपने बड़े सरदार को खुश करने के लिए उसकी बात मानता है। सिसोदिया ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने 1998 में कहा था कि प्रशासक का मतलब है कि एलजी चुनी हुई सरकार की सलाह पर काम करेंगे। विजेंद्र गुप्ता जी (भाजपा विधायक), आपकी पार्टी पढ़े-लिखे लोगों को सम्मान नहीं देती है। आपकी पार्टी केवल उन्हें सम्मान देती है जो हवाई जहाजों में आपातकालीन गेट खोलते हैं।
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उपराज्यपाल पर दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) के महापौर चुनाव के लिए पीठासीन अधिकारी की नियुक्ति का आरोप लगाते हुए सिसोदिया ने कहा, उपराज्यपाल झूठ बोल रहे हैं कि मैंने पीठासीन अधिकारी के लिए छह नाम भेजे थे। मैंने केवल एक ही नाम भेजा था। एलजी को अपनी राय देने की जरूरत थी, फैसला लेने की नहीं। सिसोदिया ने दावा किया, इसी तरह एल्डरमैन की नियुक्ति में बीजेपी की तरफ से नाम आए और अधिकारियों पर दबाव बनाकर उन्होंने (बीजेपी ने) नोटिफिकेशन करवा लिया।
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