Monday, December 16, 2024
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पटाखा फैक्ट्री में विस्फोट के बाद कलेक्ट्रेट पहुंचे ग्रामीण, कारखाने को बंद कराने की मांग

chhattisgarh

धमतरी: फटाखा फैक्ट्री में विस्फोट होने के बाद दहशतजदा ग्रामीणों की भीड़ कलेक्ट्रेट पहुंचे। फैक्ट्री को तत्काल बंद करने की मांग को लेकर ग्रामीणों ने नारेबाजी कर जमकर प्रदर्शन किया। आक्रोशित ग्रामीणों ने कलेक्टर के नाम नायब तहसीलदार को ज्ञापन सौंपकर फैक्ट्री को शीघ्र बंद करने की मांग की है। मांगे पूरी नहीं होने पर ग्रामीणों ने भविष्य में उग्र आंदोलन करने की चेतावनी दी है।

जिला पंचायत सदस्य खूबलाल धु्रव, ग्राम पंचायत बरारी की सरपंच सुनीति धु्रव, ग्राम विकास समिति अध्यक्ष बरारी महेश राम धु्रव, सचिव मोतीलाल यादव, कोषाध्यक्ष रामसाय नेताम, जेएस यादव, समेत पंच गंगा बाई, टेकराम आदि ग्रामीणों की भीड़ 21 फरवरी को कलेक्ट्रेट पहुंची। ग्राम बरारी में संचालित फटाखा फैक्ट्री को तत्काल बंद करने के लिए नारेबाजी कर प्रदर्शन किया। तत्पश्चात कलेक्टर के नाम नायब तहसीलदार कुणाल सरवैय्या को ज्ञापन सौंपकर शीघ्र ही फैक्ट्री को बंद करने की मांग की है।

ग्रामीणों ने सौंपे ज्ञापन में आरोप लगाते हुए बताया है कि 20 फरवरी को इस फैक्ट्री में दोपहर को विस्फोट हो गया। इस घटना से पूरा गांव व आसपास क्षेत्र की धरती दहल गई। वहीं ग्रामीणों में भारी दहशत है। गांव के कई परिवारों के टीवी, खिड़की, छत काफी नुकसान हुआ है। वहीं इस घटना से अभी भी ग्रामीणों में दहशत बना हुआ है। घटना के बाद उसी रात ग्राम विकास समिति की बैठक हुई, जहां सर्वसम्मति से इस फटाखा फैक्ट्री को पूर्णत: बंद कराने का निर्णय लिया गया है। ऐसे में शासन इस फटाखा फैक्ट्री को तत्काल बंद करें अन्यथा ग्रामीण उग्र आंदोलन करने मजबूर होंगे। ग्रामीणों की मांग पर नायब तहसीलदार श्री सरवैय्या ने उनकी मांग शासन तक पहुंचाने का आश्वासन दिया है।

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50 मीटर दूर पर ग्रामीणों का घर

उल्लेखनीय है कि ग्राम पंचायत बरारी में जो फटाखा फैक्ट्री संचालित है, वहां से ग्रामीणों के घर की दूरी करीब 50 मीटर से भी कम है। ऐसे में कई परिवार बारूद के ढेर के करीब रहकर जीवनयापन करने मजबूर है। इन परिवारों पर कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। 20 फरवरी को हुई विस्फोट से दोस्त अहमद के परिवार इस घटना में बाल-बाल बचे। उनके घर के किचन का शेड टूट-फूट गया। साथ ही कई नुकसान हुआ है। वहीं कई अन्य परिवारों को भी नुकसान हुआ है। शासन के नियमानुसार पटाखा फैक्ट्री रिहायशी क्षेत्र में किसी भी शर्त पर संचालित नहीं हो सकता। शासन-प्रशासन इस फैक्ट्री को किस शर्त पर लाइसेंस जारी किया है, तो प्रशासन ही जानें।

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