दिल्ली: दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने राजधानी दिल्ली में शराब पीकर गाड़ी चलाने व इस कारण होने वाले दुर्घटनाओं को लेकर दिल्ली पुलिस को नोटिस जारी किया है, साथ ही 24 जनवरी तक पूछे गए सवालों के जवाब भी मांगे हैं।
दिल्ली महिला आयोग ने राजधानी दिल्ली की सड़कों पर शराब पीकर गाड़ी चलाने और इससे बढ़ती दुर्घटनाओं पर दिल्ली पुलिस को नोटिस जारी किया है। स्वाति मालीवाल ने नोटिस जारी कर कहा कि शराब पीकर गाड़ी चलाना एक्सीडेंट के सबसे आम कारणों में से एक है। बल्कि यह महिलाओं की सुरक्षा के लिए भी एक बड़ा खतरा है। आयोग ने कोरोना के समय शराब पीकर गाड़ी चलाने वालों की पहचान के लिए ब्रेथ एनालाइजर के प्रयोग पर रोक के मुद्दे को भी उठाया है।
आयोग ने इस मुद्दे पर दिल्ली पुलिस से पूछा की क्या ब्रेथ एनालाइजर का इस्तेमाल शुरू किया गया है या नहीं। नोटिस में आयोग ने ब्रेथ एनालाइजर मशीन की संख्या के बारे में भी पूछा। साथ ही आयोग ने 2017 से शराब मामले में हुए चालान की संख्या और बीते साल 31 दिसम्बर की रात को शराब पीकर गाड़ी चलाने पर कितने चालान हुए इसकी भी जानकारी मांगी। बता दें कि आयोग ने 24 जनवरी तक सभी सवालों के जवाब मांगे हैं।
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स्वाति मालीवाल ने बीते साल 31 दिसम्बर को कंझावला मामले का भी जिक्र किया। कहा कि रात में हुई घटना जिसमें 20 वर्षीय युवती को कार से कई किलोमीटर घसीटा गया था, जिसमें सभी आरोपियों ने जमकर शराब पी थी। वहीं, एक अन्य घटना का जिक्र करते हुए कहा कि 19 जनवरी को करीब 3 बजे एम्स बस स्टॉप के सामने दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष का यौन उत्पीड़न किया गया और घसीटा गया। इतना ही नहीं स्वाति मालीवाल ने कहा कि शराब पीकर गाड़ी चलाने से ज्यादातर दुर्घटनाएं होती है जो सबसे आम कारणों में से एक है। बल्कि महिला सुरक्षा के लिए भी बड़ा खतरा है।
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