दिल्ली बाढ़ प्रायोजित, सारा पानी यूपी-हरियाणा के बजाय दिल्ली में छोड़ा गया: आप सांसद

8

Delhi flood

नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी ने दिल्ली में बाढ़ के हालात के पीछे बीजेपी और केंद्र सरकार की गहरी साजिश बताई है। आप का कहना है कि नफरत और दुर्भावना के कारण 9 से 13 जुलाई तक सारा पानी दिल्ली की ओर छोड़ दिया गया। दिल्ली की जनता ने दिल्ली में अरविंद केजरीवाल को जिताया और एमसीडी में भी आम आदमी पार्टी की सरकार बनाई। इसीलिए बीजेपी को दिल्ली से इतनी नफरत है।

राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने कहा कि दिल्ली में बाढ़ भाजपा और केंद्र सरकार द्वारा प्रायोजित थी. दिल्ली में तीन दिनों से बारिश नहीं हुई है, फिर भी हथिनीकुंड से सारा पानी दिल्ली की ओर यमुना में छोड़े जाने से यमुना का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर गया है। जबकि ऐसी स्थिति में हथिनी कुंड से उत्तर प्रदेश, हरियाणा और दिल्ली की ओर बराबर मात्रा में पानी छोड़ा जाता है। राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने कहा कि देश के पांच राज्य हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और उत्तर प्रदेश बाढ़ से पूरी तरह प्रभावित हैं। अगर दिल्ली की बात करें तो राजधानी में पिछले तीन दिनों से बारिश नहीं हुई है तो यहां बाढ़ आने की वजह क्या है। सांसद संजय सिंह ने कहा कि आज दिल्ली में बिना बारिश के आई बाढ़ एक प्रायोजित आपदा है. यह कोई प्राकृतिक आपदा नहीं है।

यह भी पढ़ें-क्रिप्टो करेंसी बाजार में XRP 65 फीसदी उछला, बिटकॉइन 31,000 डॉलर के पार

ये बात हम पूरी जिम्मेदारी के साथ कह सकते हैं. सीएम अरविंद केजरीवाल अपने मंत्रियों के साथ मैदान पर मौजूद हैं और बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा कर रहे हैं. बीजेपी वाले मज़ाक उड़ा रहे हैं, मीम बना रहे हैं. भाजपा के लोग यह नहीं समझ रहे हैं कि वे जो काम कर रहे हैं, उससे जनता के दिलों में उनकी धाक जम रही है. सांसद संजय सिंह ने कहा कि हरियाणा के हथिनी कुंड बैराज से पानी एक तरफ दिल्ली की यमुना में जाता है, दूसरी तरफ उत्तर प्रदेश से होकर नहर के जरिए हरियाणा की ओर पानी छोड़ दिया जाता है. बाढ़ की स्थिति में अगर उन्होंने तीनों मार्गों पर समान रूप से पानी छोड़ा होता तो दिल्ली सुरक्षित होती, हरियाणा सुरक्षित होता और उत्तर प्रदेश का क्षेत्र सुरक्षित होता. लेकिन, सारा पानी दिल्ली में ही छोड़ दिया। उन्होंने कहा कि ये बात मैं लॉक शीट से बता रहा हूं।

9 तारीख से 13 तारीख तक लगातार हरियाणा और उत्तर प्रदेश की ओर जाने वाला पानी रोका गया और हथिनी कुंड बैराज से सारा पानी दिल्ली की ओर छोड़ दिया गया. दिल्ली सरकार इन स्थितियों पर काबू पाने के लिए काम कर रही है. वरना जिस तरह से सिर्फ दिल्ली में पानी छोड़ा गया है, उससे राजधानी की हालत 1978 से भी ज्यादा भयावह होती और पूरी दिल्ली डूब जाती. सांसद संजय सिंह ने कहा कि यदि बराबर पानी छोड़ा गया होता तो इतनी भयावह स्थिति उत्पन्न नहीं होती. आज हरियाणा भी डूब गया है और उत्तर प्रदेश का नोएडा भी पूरी तरह डूब गया है. क्योंकि पानी का रास्ता 230 किलोमीटर का है, उस रास्ते में हरियाणा और यूपी भी आते हैं, ऐसे में जो भी इलाका इसमें आएगा, वह डूब जाएगा।

(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें)