Delhi Flood- नई दिल्लीः पहाड़ों पर लगातार हो रही मूसलाधार बारिश का सीधा असर निचले इलाके में पड़ा रहा है। वहीं पहाड़ों पर हो रही बारिश का दिल्ली में यमुना नदी के जलस्तर पर भी पड़ रहा है। दिल्ली में यमुना नदी एक बार फिर खतरे के निशान को पार कर गई है। जिससे नदी के किनारे निचले इलाकों में बाढ़ जैसी स्थित बन गई है। हालांकि लेकिन स्थिति के गंभीर होने के आसार बहुत कम हैं।
बुधवार को 205.15 मीटर दर्ज किया गया यमुना का जलस्तर
राजधानी दिल्ली में बुधवार को यमुना का जलस्तर 205.15 मीटर पर आ गया। जो खतरे के निशान को पार गया है। जबकि यहां पुराने रेल पुल पर नदी में पानी का जलस्तर मंगलवार को 205.39 मीटर तक पहुंच गया था। इससे आसपास के इलाकों में दहशत फैल गई। हालांकि, बुधवार सुबह आठ बजे जलस्तर घटकर 205.15 मीटर पर आ गया। हरियाणा के हथिनीकुंड बैराज में जलस्तर 30,153 क्यूसेक दर्ज किया गया, जो मानसून के मौसम के दौरान मध्यम माना जाता है।
ये भी पढ़ें..अटल बिहारी वाजपेयी की पुण्यतिथि पर राष्ट्रपति और PM मोदी ने ‘सदैव अटल’ पर पहुंचकर दी श्रद्धांजलि
उधर, दिल्ली सरकार के सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण विभाग के एक अधिकारी ने कहा कि नदी के किनारे निचले इलाकों में बाढ़ आ सकती है, लेकिन स्थिति गंभीर होने की संभावना कम है। हिमाचल प्रदेश में रविवार से भारी बारिश जारी है। इससे करीब 53 लोगों की मौत हो गई है। जुलाई के मध्य में दिल्ली को अभूतपूर्व जलभराव और बाढ़ से जूझना पड़ा। इतना ही नहीं 13 जुलाई को नदी का पानी रिकॉर्ड स्तर 208.66 मीटर पर पहुंच गया था।
बाढ़ में दिल्ली ने तोड़ा 45 साल पुराना रिकॉर्ड
हालांकि, मौसम विभाग के मुताबिक, हिमाचल प्रदेश में अगले दो दिनों तक भारी बारिश जारी रहने की संभावना है और उत्तराखंड और पूर्वोत्तर भारत में अगले 4-5 दिनों तक भारी बारिश देखने को मिल सकती है। इसका सीधा असर दिल्ली में यमुना के जलस्तर पर भी देखने को मिल सकता है। पिछले महीने भारी बारिश के कारण यमुना ने अपना 45 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ दिया और 208।65 मीटर पर पहुंच गई। घटने से पहले नदी कई दिनों तक खतरे के निशान से ऊपर रही थी। इससे राष्ट्रीय राजधानी के कई निचले इलाकों और सड़कों पर पानी भर गया।
(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें)