
नई दिल्लीः राजधानी दिल्ली के साइबर थाना पुलिस ने एक फर्जी अंतरराष्ट्रीय कॉल सेंटर का भंडाफोड़ करते हुए 13 लोगों को गिरफ्तार किया है। इनके कब्जे से 20 मोबाइल फोन, 11 कंप्यूटर मॉनिटर, 11 सीपीयू, 11 की-बोर्ड, 10 हेडफोन, एक वाई-फाई राउटर, एक महिंद्रा थार और एक आई-20 कार बरामद की गई। आरोपितों की पहचान यश महंत, विवियन माइकल, तुषार लाल, विशाल, ऋषभ, देवेश, अनीश, राहुल, अभिषेक, अंकित, आकाश, दीपा और विकास के रूप में हुई है। पुलिस के अनुसार एक अगस्त को एक फर्जी अंतरराष्ट्रीय कॉल सेंटर के बारे में सूचना मिली थी, जो ओखला, दिल्ली में चल रहा था।
ये भी पढ़ें..‘तिरंगा बाइक रैली’ में महिला सांसदों व मंत्रियों ने चलाई स्पोर्ट्स बाइक, बने आकर्षण का केंद्र
पुलिस के मुताबकि दक्षिण पूर्व जिले के क्षेत्र में प्रचलित साइबर अपराधों पर लगाम लगाने के लिए साइबर पुलिस थाने के पुलिस कर्मियों को अधिक सतर्क रहने की हिदायत दी गयी थी। एसएचओ कुलदीप की टीम को फर्जी अंतरराष्ट्रीय कॉल सेंटर के बारे में गुप्त सूचना मिली थी, जो ओखला में चल रहा था। छापेमारी के दौरान आरोपितों को गिरफ्तार किया गया।
पुलिस अधिकारी बनकर NRI से करते थे ठगी
लगातार पूछताछ पर आरोपित ने खुलासा किया कि वे विदेशों में रहने वाले भारतीयों (एनआरआई) के साथ खुद को उस संबंधित देश के पुलिस अधिकारी-सरकारी अधिकारियों के रूप में बताकर उन्हें ठगने के लिए बात करते थे। वे उन्हें बताते थे कि उनकी राष्ट्रीय पहचान संख्या आपराधिक गतिविधियों में शामिल पाई गई है और अगर वे उन आपराधिक आरोपों से बरी होना चाहते हैं, तो उन्हें एक निश्चित राशि का जुर्माना देना होगा। पीड़ित इस तरह के फर्जी आरोपों से खुद को मुक्त करने के लिए उन्हें नकद या ऑनलाइन उपहार कार्ड के माध्यम से भुगतान करते थे।
(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें)