Delhi Crime: केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने शुक्रवार को कहा कि उसने एक अंतरराज्यीय फर्जी नौकरी और प्रशिक्षण रैकेट का भंडाफोड़ किया है और तीन सरगनाओं को गिरफ्तार किया है। ये तीनों शातिर सरकारी संस्थानों (जीएसटी, रेलवे और एफसीआई) के नाम पर नौकरी और ट्रेनिंग का ऑफर दे रहे थे।
सीबीआई सूत्रों के मुताबिक, एजेंसी ने एक अंतरराज्यीय फर्जी नौकरी रैकेट का भंडाफोड़ किया जो युवाओं को फर्जी नियुक्ति पत्र और फर्जी प्रशिक्षण की पेशकश कर रहा था। सूत्रों ने बताया कि छह लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है, जिनमें से तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है। उनकी पहचान कर्नाटक निवासी अजय कुमार, झारखंड निवासी अमन कुमार उर्फ रूपेश और बिहार निवासी विशाल उर्फ अभिषेक सिंह के रूप में हुई है।
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सूत्रों ने कहा कि एजेंसी के अधिकारियों ने मामले के सिलसिले में पटना, मुंबई, बेंगलुरु, मैंगलोर और धनबाद में नौ स्थानों पर तलाशी भी ली। आरोपी पटना और मुंबई के साकीनाका में दो जगहों पर फर्जी प्रशिक्षण केंद्र चला रहे थे और बेंगलुरु में एक और केंद्र खोलने वाले थे। आरोपी ‘प्रशिक्षण’ के लिए प्रति व्यक्ति 10-20 लाख रुपये ले रहे थे और पिछले दो वर्षों से नागपुर, धनबाद, पटना और बक्सर जैसे स्थानों को कवर करते हुए इस रैकेट को चला रहे थे।
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