Kedarnath Yatra 2024 : उत्तराखंड के केदारनाथ यात्रा मार्ग पर तैनात DDRF और SDRF के जवान और सेक्टर अधिकारियों की टीमें तीर्थयात्रियों के लिए यात्रा को सुगम और सुरक्षित बनाने के लिए देवदूत बनकर आगे आ रहे है। देवदूत लगातार तीर्थयात्रियों की मदद में दिन-रात एक कर रहे है।
हर दिन श्रद्धालुओं की संख्या में हो रही बढ़ोतरी
बता दें, केदारनाथ यात्रा के लिए आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में हर दिन बढ़ोत्तरी हो रही है। किसी भी तीर्थयात्री का स्वास्थ्य खराब होना या फिर घायल होने की स्थिति में केदारनाथ यात्रा मार्ग में तैनात डीडीआरएफ और एसडीआरएफ के साथ सेक्टर अधिकारी की टीमें देवदूत बनीं हुई हैं।
देवदूत की भूमिका में लगे DDRF के जवान
जानकारी देते हुए जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार ने बताया कि, सेक्टर अधिकारी भीमबली ने उन्हें अवगत कराया कि, छोटी लिनचोली में एक यात्री का स्वास्थ्य बहुत खराब हो गया और चलने में असमर्थ है। यह सूचना मिलते ही यात्रा पड़ाव भीमबली में तैनात DDRF की टीम मौके पर पहुंची और सभी घायल यात्रियों को एमआरपी छोटी लिनचोली से एमआरपी भीमबली लाया गया।
वहीं भैंरों मंदिर के पास एक और यात्री की तबीयत अचानक खराब होने पर डीडीआरएफ की टीम ने उसे जंगलचट्टी से रेस्क्यू कर गौरीकुंड अस्पताल पहुंचाया। इसके बाद उन्होंने बताया कि, गौरीकुंड गेट के ऊपर किसी यात्री से सूचना प्राप्त हुई कि, एक महिला तीर्थयात्री घोड़े से केदारनाथ धाम के लिए रवाना हुई थी रास्ते में घोड़े से गिर जाने से उसे गंभीर चोटें आ गई जिसके बाद DDRF की टीम उसे प्राथमिक उपचार के लिए गौरीकुंड लेकर आई इसके बाद महिला को सोनप्रयाग चिकित्सालय के लिए रेफर कर दिया।
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बता दें, यात्रा मार्ग में तैनात सभी सुरक्षा बल की टीमें अपने दायित्वों का बड़ी कुशलता से निर्वहन कर रही हैं। ये टीमें बीमार और घायल यात्रियों की सूचना प्राप्त होते ही उसे तत्काल नजदीकी एमआरपी में पहुंचाकर उपचार दिला रही हैं।